अलवर:अलवर सहित देशभर में डीजल व पेट्रोल के दाम लगातार बढ़ रहे हैं. इसका असर बाजार पर पड़ रहा है. लोगों को महंगाई का सामना करना पड़ रहा है. तेजी से बढ़ते पेट्रोल के दामों की समस्या से निजात पाने का उपाय भी लोगों ने निकाल लिया है. इलेक्ट्रिक वाहनों को बतौर विकल्प अपनाना शुरू कर दिया है.
Fuel Price के इजाफे ने बदला Trend, अब 'प्रदूषण मुक्त सब्सिडी युक्त' वाहनों के प्रति बढ़ा रुझान!
अलवर में इन दिनों वाहनों को लेकर सोचने का नजरिया बदला है. लोग उस वाहन को अपनाना चाह रहे हैं जो प्रदूषण मुक्त (Pollution Free) है और उसमें सरकार की ओर से सब्सिडी की भी गुंजाइश है. एक वजह और है! Fuel Price यानी डीजल पेट्रोल की कीमतों में हो रही बेतहाशा वृद्धि.
प्रदूषण मुक्त सब्सिडी युक्त इलेक्ट्रिक वाहन!: हल्के ई वाहन पर्यावरण के लिहाज से भी बेहतरीन हैं. इनसे धुंआ नहीं निकलता तो प्रदूषण भी नहीं फैलता. इसके साथ ही सरकार की ओर से इलेक्ट्रिक वाहन की खरीद पर सब्सिडी भी मिलती है. सरकार भी इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों की बिक्री को प्रोत्साहित कर रही है. सो शहर में इनकी बिक्री कई गुना बढ़ गई है. हालात ये हैं कि डीलर के पास डिमांड के अनुसार वाहन उपलब्ध नहीं है. केंद्र सरकार की तरफ से करीब 40 हजार रुपए तक की सब्सिडी दी जा रही है. साथ ही राज्य सरकार भी ऐसे वाहनों की खरीद पर स्टेट टेक्स को रिटर्न करने के साथ ही कैश सब्सिडी देन का ऐलान कर चुकी है.
डीलर्स के पास दोपहिया वाहनों का टोटा: अलवर में मार्च से इलेक्ट्रिक स्कूटी की डिमांड कई गुना बढ़ी है. डिमांड और सप्लाई में गैप इतना है कि डिलरों के पास इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहन की कमी हो गई है. ग्राहकों को इलेक्ट्रिक वाहन खरीदने के लिए महीनों तक का इंतजार करना पड़ रहा है. ऐसे ही एक इलेक्ट्रिक टू व्हीलर के डीलर बताते हैं कि पिछले तीन-चार माह में इलेक्ट्रिक स्कूटी की डिमांड दोगुनी से भी अधिक हो गई है. डेढ़ से दो साल पहले इलेक्ट्रिक स्कूटी की बिक्री काफी कम थी. अब पेट्रोल के दामों में लगातार हो रही तेजी से तंग आकर लोग इलेक्ट्रिक वाहनों की तरफ रुख करने लगे हैं.
प्रदूषण लेवल रहा है चिंता का सबब:जिस रफ्तार से ई वाहन बिक रहे हैं उससे उम्मीद जताई जा रही है कि प्रदूषण का लेवल थोड़ा कम होगा. अलवर में प्रदूषण की मात्रा अन्य शहरों की तुलना में ज्यादा रहती है. देश में राज्य के सबसे प्रदूषित शहरों में अलवर का भिवाड़ी शामिल हो चुका है. इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री शायद इस पर लगाम लगाए.
जिले में बनने लगे हैं E चार्जिंग स्टेशन: अब ई चार्जिंग का बंदोबस्त किया जाने लगा है. ई चार्जिंग सेन्टर्स के जरिए. अलवर के बहरोड़ में कार, बाइक, स्कूटर चार्ज करने के लिए ई चार्जिंग स्टेशन बने हैं. ऐसे में कार खरीदने वाले लोगों को बड़ी राहत मिली है. लोग अब लंबी दूरी का सफर भी आसानी से तय कर सकते हैं, इस बात का उन्हें सुकून है.