अलवर. थानागाजी बहुचर्चित गैंगरेप मामले में अलवर की SC-ST स्पेशल कोर्ट ने चार आरोपियों को आईपीसी, जबकि एक को आईटी एक्ट में दोषी माना है. कोर्ट ने चारों आरोपियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है. इस मामले में विशेष कोर्ट के जज बृजेश कुमार शर्मा ने अपना फैसला सुनाया है. कोर्ट ने चारों आरोपियों को उम्रकैद के साथ ही जुर्माना भी लगाया है. जुर्माने की राशि न्यायालय में जमा होगी, जिसके बाद उसे विधिक सेवा प्राधिकरण की तरफ से पीड़िता को दी जाएगी.
क्या है थानागाजी गैंगरेप मामला...
बता दें कि 26 अप्रैल 2019 को आरोपियों ने अपने पति के साथ जा रही एक दलित महिला के साथ गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया था. बदमाशों ने विवाहिता के पति को बंधक बना महिला के साथ दुष्कर्म किया था और बाद में वारदात की वीडियो सोशल मीडिया पर डाल दी थी. इस मामले में अशोक, इंद्राज, महेश, हंसराज और छोटेलाल को आरोपी बनाया गया. वहीं, इस गैंगरेप का वीडियो वायरल होने के बाद देश में काफी बवाल मचा था.
कुल 6 आरोपी, जिसमें एक बाल अपचारी...
गैंगरेप का यह मामला थानागाजी थाने में 2 मई को दर्ज हुआ. जिसके बाद 3 मई को आरोपी अशोक के मोबाइल से वीडियो वायरल कर दिया गया. 4 मई को इस वीडियो को मुकेश ने सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. 7 और 8 मई को पुलिस ने गैंगरेप के पांचों आरोपियों समेत घटना का वीडियो वायरल करने के आरोपी मुकेश कुमार को भी गिरफ्तार कर लिया था. इस मामले में कुल 6 आरोपी थे, उनमें से 5 को एससी-एसटी विशेष न्यायालय में पेश किया गया, जबकि एक बाल अपचारी है. बाल न्यायालय में उसका मामला चल रहा है.
कब क्या हुआ...
विशेष न्यायाधीश अनुसूचित जाति जनजाति अत्याचार निवारण कोर्ट के न्यायाधीश बृजेश कुमार की अदालत में मामले में बचाव पक्ष के अंतिम बहस 11 सितंबर को पूरी हो गई थी. न्यायाधीश बृजेश कुमार ने फैसले के लिए 24 सितंबर का दिन मुकर्रर किया था, लेकिन कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए हाईकोर्ट ने 1 अक्टूबर तक कोर्ट में कामकाज पर रोक लगा दी थी. इसके बाद कोर्ट ने इस मामले में फैसले की 6 अक्टूबर तारीख निर्धारित की गई. इस मामले में 5 आरोपियों का ट्रायल स्पेशल एसटी-एससी कोर्ट में कंप्लीट हो गया था.
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