अलवर.शहर में मूक-बधिर बालिका के साथ हुई घटना के विरोध में सर्व समाज शहीद स्मारक पर धरना दे रहा था. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के आह्वान पर धरना 104 दिनों बाद गुरुवार को स्थगित (Sarv Samaj strike is postponed) कर दिया गया है. 54 दिनों से क्रमिक अनशन चल रहा था. सर्व समाज के लोगों ने कहा कि सरकार को 25 दिन का अल्टीमेटम दिया गया है. इस दौरान अगर (sarv samaj warned state government for action) कोई कदम नहीं उठाया गया, तो उसके बाद प्रदर्शन उग्र किया जाएगा.
अलवर के तिजारा फाटक ओवरब्रिज पर एक बालिका लहूलुहान हालत में पड़ी मिली थी. शुरुआत में पुलिस ने कहा कि उसके साथ गलत कार्य हुआ है. मामला दुष्कर्म की धाराओं में दर्ज किया गया लेकिन बाद में पुलिस ने कहा कि हादसे के कारण बालिका की यह हालत हुई है. कई बार सीन रीक्रिएशन करके पुलिस ने अपनी कहानी को सही साबित करने का प्रयास किया लेकिन सफलता नहीं मिली. इस मुद्दे को भाजपा ने देश भर में भुनाने की कोशिश की. साथ ही साथ प्रदेश सरकार के ऊपर गंभीर आरोप लगाए.
डॉक्टरी जांच पड़ताल के दौरान कई खुलासे हुए. इस घटना के विरोध में पीड़िता को न्याय दिलवाने के लिए सर्व समाज की तरफ से अलवर के शहीद स्मारक पर धरना दिया गया. 104 दिन से लोग धरना दे रहे थे, और 54 दिन से क्रमिक अनशन चल रहा था. इस घटना को लेकर जिले भर में विरोध प्रदर्शन हुए. सभी संगठनों ने अपना विरोध जताते हुए पीड़िता को न्याय दिलवाने की मांग की. अलवर के अलावा प्रदेश व देश के अन्य हिस्सों में भी विरोध प्रदर्शन हुए, लेकिन सरकार की तरफ से इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया और न ही इस मामले पर जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक के खिलाफ भी कोई कार्रवाई हुई.