अलवर.सरपंचों की मांग को लेकर सरपंच संघ राज्य सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने की तैयारी में है. सरपंचों ने 8 मार्च को जयपुर में विधानसभा घेराव करने का निर्णय लिया है. इसके लिए सभी जिलों के सरपंच संघ ने अलग-अलग प्रभारी बनाकर सभी जिलों में भेजे हैं और सरपंचों को एक होकर आंदोलन के लिए प्रेरित कर रहे हैं. इस मौके पर अलवर जिले की गांव-गांव की सरपंच एकत्रित हुए और आगे की रणनीति पर चर्चा की गई.
अपनी मांगों को लेकर 8 मार्च को विधानसभा का घेराव करेगा सरपंच संघ जयपुर जिले की संघ और प्रदेश अध्यक्ष और अलवर प्रभारी मेहर सिंह धनखड़ ने बताया कि उन्हें अलवर का प्रभारी बनाया गया है और सरपंचों की 2 माह से लगातार मांग चली आ रही है. सरपंचों ने भी 20 सूत्रीय मांग पत्र को लेकर मुख्यमंत्री और राज्यपाल को ज्ञापन दिया. इसके अलावा अजमेर दौरे पर आए कांग्रेस के राष्ट्रीय नेता राहुल गांधी को भी ज्ञापन दिया गया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं की गई.
सरपंचों के 2 मदों के पैसे पंचायतों को नहीं दिया गया है, जिससे विकास कार्य रुका हुआ है. उन्होंने कहा कि इस बजट सत्र में सरकार ने ग्राम पंचायतों को लेकर कहीं भी कोई जिक्र नहीं किया गया है. उन्होंने बताया कि पूरे राजस्थान में सभी सरपंचों ने 5 मार्च को सरपंचों की कार्यशाला का बहिष्कार किया है. वहीं 8 मार्च को जयपुर में विधानसभा घेराव करने का निर्णय लिया है. सरपंचों ने कहा कि वैसे तो शांति पूर्वक विधानसभा का घेराव करेंगे, लेकिन यदि कोई अनहोनी होती है तो उसकी जिम्मेदार राजस्थान सरकार होगी.
पानी की समस्या को लेकर पार्षद का भूख हड़ताल
वार्ड नंबर 25 में पिछले एक साल से बनी हुई पानी की समस्या के निराकरण की मांग को लेकर पार्षद लोचन यादव का भूख हड़ताल और अनशन दूसरे दिन भी जारी रहा. मंगलवार को यहां जलदाय विभाग के संबंधित प्रशासनिक अधिकारियों की सद्बुद्धि के लिए यज्ञ का आयोजन भी हुआ, जिसमें विधि-विधान और मंत्रोच्चार के साथ यज्ञ में आहुतियां दी गईं. इस मौके पर वार्ड नंबर 25 के स्थानीय लोग भारी संख्या में मौजूद रहे और कहा कि जब तक पानी की समस्या दूर नहीं हो जाती तब तक वह भूख हड़ताल पर बैठे रहेंगे.
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पार्षद लोचन यादव का कहना है कि उनके क्षेत्र में एक वर्ष से अधिक समय से पेयजल संकट बना हुआ है. अधिकारियों को समस्या से अवगत कराने के बावजूद कोई समाधान नहीं किया जा रहा है. अपनी मांगों को उच्चाधिकारियों तक पहुंचाने के लिए स्थानीय लोगों के सहयोग से वह धरने पर बैठे हैं. सोमवार की दोपहर बाद से उन्होंने धरना स्थल और घोड़ा फेर चौराहे पर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू की. पार्षद का कहना है कि जब तक उनकी मांगों का निराकरण नहीं होगा धरना व भूख हड़ताल जारी रहेगी.
पेयजल को लेकर महिलाओं का प्रदर्शन
वहीं मंगलवार को शहर के शास्त्री नगर क्षेत्र की महिलाएं पेयजल समस्या को लेकर मनु मार्ग स्थित जलदाय विभाग पहुंची, जहां अधिशासी अभियंता के नहीं मिलने पर महिलाओं ने रोष व्यक्त किया. महिलाओं का कहना था कि अधिकारियों को समस्या बताने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं होती. हर बार की तरह आश्वासन के बाद परिवादियों को लौटना पड़ता है.