अलवर. सेल्स टैक्स विभाग ने फर्म के सर्वे व वाहनों की जांच पड़ताल की व्यवस्था में बदलाव किया है. पूरे प्रदेश में विजिलेंस टीम को सेंट्रलाइज किया गया है. जयपुर से जांच पड़ताल करने के निर्देश दिए गए. जिसके चलते पूरे प्रदेश में वाहनों की जांच व फर्म के सर्वे रुक गए थे.
लेकिन एक बार फिर से अलवर (Sales tax department Alwar) सहित पूरे प्रदेश में वाहनों की जांच पड़ताल शुरू हो गई है. अलवर संभाग में 12 गाड़ी पकड़ी गई हैं. जिनसे लाखों रुपए का जुर्माना वसूला गया है. बता दें कि अलवर सहित प्रदेश के सभी वाणिज्य कर कार्यालयों में अलग से विजिलेंस टीम थी. यह विजिलेंस टीम वाहनों की जांच पड़ताल के साथ फर्म के सर्वे करने का काम करती थी. लेकिन 2 माह पहले सरकार ने इस व्यवस्था में बदलाव कर दिया था.
जमकर हुई टैक्स चोरी
अलवर में भिवाड़ी नया संभाग बनाया गया. साथ ही पूरे प्रदेश में विजिलेंस टीम को समाप्त करते हुए सेंट्रलाइज सिस्टम किया गया. जिसके तहत जयपुर से पूरे प्रदेश में वाहनों की जांच पड़ताल व सर्वे करने के निर्देश दिए. इस बदलाव के बाद दिवाली, नवरात्रि जैसे बड़े त्यौहार में भी फर्म के सर्वे नहीं हुए. ऐसे में जमकर टैक्स की चोरी हुई. जिसको देखते हुए सरकार ने सीटीओ व जेसीटीओ को सभी संभाग स्तर पर वाहनों की जांच पड़ताल करने के निर्देश दिए गए.
अलवर में तीन टीमों का गठन
निर्देश मिलने के बाद अलवर में तीन टीमों का गठन किया गया. इन टीमों ने शाहजहांपुर बॉर्डर से प्रदेश में प्रवेश करने वाले 20 वाहनों को पकड़ा है. इनके पास पर्याप्त बिल नहीं थे. इनमें से 16 वाहनों से 33 लाख का जुर्माना वसूला गया है. जबकि चार वाहनों के माल की गणना चल रही है. इन वाहनों में परचून का सामान, मूंगफली, पाइप, टाइल्स, लोहे का सामान व अन्य सामान ले जाए जा रहे थे.