अलवर.साल 2016 में आरसीए में अध्यक्ष पद की चाह में ललित मोदी गुट ने रातों-रात योजना बनाकर ललित मोदी के बेटे रुचिर मोदी को अलवर क्रिकेट एसोसिएशन का अध्यक्ष बनाया. अलवर के एक होटल में गुप्त तरह से चुनाव की प्रक्रिया हुई. उसके बाद रुचिर मोदी आरसीए अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़े.
हालांकि, 2 वोट से रुचिर मोदी सीपी जोशी से हार गए, लेकिन रुचिर मोदी से अलवर के क्रिकेट प्रेमियों को उम्मीद थी. यह उम्मीद केवल उम्मीद भर मात्र बनकर रह गई. 4 साल के कार्यकाल के बाद अलवर क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष पद के रूप में रुचिर मोदी को हटाते हुए जितेंद्र गुप्ता को चुना गया.
अलवर क्रिकेट एसोसिएशन साल 2016 में उस समय चर्चा में आया, जब राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन में दो धड़े बंट गए. इसमें एक ग्रुप ललित मोदी ग्रुप था और दूसरा सीपी जोशी ग्रुप रहा. ललित मोदी पर बैन लगा दिया गया था. इसलिए रुचिर मोदी को आरसीए का अध्यक्ष बनाने के लिए चुनाव मैदान में उतारने की तैयारी की गई.
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आरसीए अध्यक्ष पद के लिए प्रत्याशी का जिला क्रिकेट एसोसिएशन में अध्यक्ष होना आवश्यक था. इसलिए रातों रात ललित मोदी के करीबी रहे अलवर क्रिकेट एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने अलवर के एक फोर्ट में चुनाव प्रक्रिया करवाई, जिसमें सर्वसम्मति से रुचिर मोदी को अध्यक्ष चुना गया.
इसके बाद अचानक अलवर क्रिकेट एसोसिएशन पूरे देश में चर्चा का विषय बना रहा तो वहीं सबकी निगाहें आरसीए चुनाव पर रही. रुचिर मोदी राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन में अध्यक्ष के लिए उतरे, तो वहीं दूसरी तरफ अनुभवी कद्दावर कांग्रेसी नेता सीपी जोशी थे. सीपी जोशी 2 वोट से जीत गए. इसके बाद से ललित मोदी गुट की सक्रियता राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन में कम नजर आई.