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अलवर : कोरोना से मुक्ति के लिए श्रीमद् भागवत महापुराण के किए जा रहे हैं पाठ

वैश्विक महामारी कोरोना से पूरा देश में त्राहिमाम मचा है. इस महामारी ने हजारों जिंदगियों को निगल लिया. कोरोना से निजात पाने के लिए अलवर के वेंकटेश बालाजी दिव्य धाम में श्रीमद् भागवत महापुराण का पाठ किया जा रहा है.

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कोरोना से मुक्ति के लिए श्रीमद् भागवत महापुराण का पाठ

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Published : May 24, 2021, 10:56 PM IST

अलवर. कोरोना महामारी ने लोगों की जीवन को बेपटरी करके रख दिया है. एक तरफ जहां प्रशासन की ओर से लॉकडाउन की पालना के लिए लोगों को घरों में रहने की हिदायत दी जा रही है, वहीं दूसरी ओर इस बीमारी के चलते लोगों में भय व्याप्त हो गया है. प्रशासन की ओर से वैक्सीनेशन का कार्य जोरों पर है, लेकिन लोगों का यही कहना है कि इस बीमारी से मुक्ति कब मिलेगी.

कोरोना से मुक्ति के लिए श्रीमद् भागवत महापुराण का पाठ

कोरोना से मुक्ति के लिए अलवर के रामकिशन कॉलोनी कालाकुआं स्थित वेंकटेश बालाजी दिव्य धाम में दुनिया से कोरोना वायरस की मुक्ति के लिए प्रतिदिन श्रीमद् भागवत महापुराण का मूल पारायण के 18,000 श्लोकों का पाठ किया जा रहा है. कोरोना संक्रमितों की अधिक संख्या के चलते काला कुआं क्षेत्र को जीरो मोबिलिटी घोषित किया गया है. इसलिए मंदिर में कोविड-19 गाइडलाइन की पालना के तहत श्रद्धालुओं का पूर्ण रूप से प्रवेश बंद है. मंदिर में होने वाले यज्ञ और पाठ मंदिर के पुजारियों और संतों की ओर से ही किए जा रहे हैं.

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वेंकटेश बालाजी दिव्यधाम के स्वामी सुदर्शनाचार्य महाराज ने बताया कि संपूर्ण विश्व में मानव जाति के लिए कोरोना वायरस अभिशाप बन गया है. कोरोना के बढ़ते मामले और कोरोना से मरने वालों की संख्या मन विचलित कर देती है. इसलिए कोरोना से मुक्ति के लिए स्वामी सुदर्शनाचार्य महाराज और वृंदावन से आए स्वामी पुरुषोत्तम आचार्य महाराज की ओर से प्रतिदिन मन्दिर में सुबह 9 से दोपहर 12 और शाम 4 से 6 बजे तक श्रीमद् भागवत महापुराण का मूल परायण 18,000 श्लोको का पाठ किया जा रहा है. स्वामी सुदर्शनाचार्य महाराज ने बताया कि श्रीमद् भागवत में कहा गया है कि प्रभु का नाम संकीर्तन करने से सारे दुख और प्रभु के चरणों में प्रणाम करने से पाप नष्ट होते हैं.

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