अलवर. प्रदेश में सेल टैक्स विभाग के कुल 16 संभाग कार्यालय हैं. सभी जगहों पर 20 जांच टीम कार्यरत थीं. इन सभी टीमों को संभाग कार्यालय से समाप्त कर दिया है. अब सभी टीमें जयपुर से संचालित होंगी.
इन टीमों में कार्यरत सीटीओ, एसीटीईओं, इंस्पेक्टर, टीए व बाबू को मिलाकर पूरे प्रदेश में 300 से अधिक कर्मचारी और अधिकारी अब नए आदेश की प्रतीक्षा में हैं. अलवर के भिवाड़ी को सेल टैक्स विभाग के हिसाब से नया संभाग बनाया गया है. अलवर में अब 2 संभाग होंगे. अलवर संभाग में अलवर, मालाखेड़ा, थानागाजी, किशनगढ़ बास, लक्ष्मणगढ़, गोविंदगढ़, मुंडावर, राजगढ़, कठूमर, रेणी व नारायणपुर शामिल होंगे. साथ ही दौसा जिले को भी अलवर संभाग में शामिल किया जाएगा.
सेल टैक्स विभाग में बड़ा बदलाव भिवाड़ी सहित प्रदेश में सेल टैक्स विभाग ने चार नए संभाग बनाए हैं . विभाग के अधिकारियों की मानें तो इसका सीधा फायदा व्यापारियों व कारोबारियों को मिलेगा. भिवाड़ी संभाग नया बनाया गया है. इसमें कोटकासिम, तिजारा, बहरोड, बानसूर, नीमराणा, भिवाड़ी, शाहजहांपुर व आसपास क्षेत्र को शामिल किया गया है.
सेल टैक्स विभाग के अधिकारियों की मानें तो इस बदलाव का सीधा फायदा व्यापारी व कारोबारियों को मिलेगा. जिन शहरों से प्रदेश सरकार को ज्यादा टैक्स आरजीएसटी के रूप में मिलता है, उन जगहों पर डिप्टी कमिश्नर लगाए गए हैं. साथ ही उन जगहों पर सभी तरह की सुविधाएं भी मिल सकेंगी. अलवर के अलावा जयपुर, जोधपुर को भी नया संभाग बनाया है. जयपुर में पहले 3 संभाग थे. उनकी संख्या बढ़ाकर चार कर दी गई है. जबकि जोधपुर में एक संभाग था वहां अब दो संभाग होंगे.
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भिवाड़ी क्षेत्र से मिलता है सबसे ज्यादा टैक्स
अलवर संभाग में सेल टैक्स विभाग हर साल आरजीएसटी के रूप में 120 से 130 करोड़ रुपए का राजस्व सरकार को देता है. इसमें करीब 100 करोड़ रुपए भिवाड़ी क्षेत्र के होते हैं. जबकि अलवर क्षेत्र से 20 से 25 करोड़ रुपए का टैक्स रहता है. सेल टैक्स विभाग के दो संभाग होने के बाद अलवर संभाग कर रेवेन्यू कम रहेगा, तो वहीं भिवाड़ी 100 करोड़ से ज्यादा टैक्स एसजीएसटी के रूप में सरकार को देगा.
300 से अधिक अधिकारी व कर्मचारी कर रहे नए आदेश का इंतजार
जो आदेश जारी किये हैं उनके मुताबिक सेल टैक्स की विजिलेंस टीमों में कार्यरत कार्मिकों और अधिकारियों को एपीओ किया गया है. पूरे प्रदेश से जांच टीमें समाप्त कर दी गई हैं. सेंट्रलाइज सिस्टम बनाया गया है. जयपुर से सभी जांच टीम ऑपरेट होंगी. अगर जोधपुर बीकानेर कोटा उदयपुर अलवर या प्रदेश के अन्य किसी क्षेत्र में सर्वे या माल वाहनों जांच पड़ताल करनी है, तो उसके लिए जयपुर से फ्लाइंग टीम जाएगी. अलवर की बात करें तो अलवर में दो जांच टीमें थीं. इसके अनुसार अलवर संभाग क्षेत्र में दो सीटीओ, चार एसीटीईओं, चार इंस्पेक्टर, 4 टीए व 4 बाबू कार्यरत थे. इसी तरह से अजमेर संभाग में एक टीम थी. भरतपुर में एक, भीलवाड़ा में एक, बीकानेर में दो, गंगानगर में एक जोधपुर में एक, कोटा में एक, पाली में दो, उदयपुर में दो, जयपुर में छह टीम कार्यरत थीं. सभी टीमों को समाप्त कर दिया गया है. एपीओ किये गए 300 से अधिक अधिकारी और कर्मचारियों की अब नए सिरे से ज्वाइनिंग कराई जाएगी.
सरकार ने सेल टैक्स विभाग में किए बदलाव
सरकार की तरफ से सेल टैक्स विभाग में 15 नए पद सृजित किए गए हैं. कोटा में अपीलीय प्राधिकारी कार्यालय की सुविधा व्यापारियों को मिलेगी. अधिकारियों ने कहा कि पूरे विभाग में त्रिस्तरीय ऑडिट स्ट्रक्चर बनाया जा रहा है, साइबर सेल का गठन होगा. करदाताओं की शिकायतों के समाधान के लिए टैक्सपेयर केयर यूनिट बनेगी. राज्य कर अकादमी की नई सुविधा होगी. जहां आधुनिक ट्रेनिंग दी जाएगी. इसके अलावा भी सरकार ने कई तरह के बदलाव किए हैं.