अलवर.जिले के केंद्रीय कारागृह में गैंगरेप के मामले में विचाराधीन कैदी अनिल कुमार की तबीयत खराब होने के बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया था. जहां मगंलवार रात को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी. वहीं, बुधवार को मृतक के परिजनों ने हत्या की आशंका जाहिर करते हुए शव का पोस्टमार्टम करवाने से इनकार कर दिया है.
बता दें कि इसकी वजह से अस्पताल में तनाव की स्थिति बनी हुई है. मृतक के परिजन मामले की जांच करवाने की मांग को लेकर अस्पताल में जमा हो गए. साथ ही मृतक के परिजनों ने कहा कि उन्हें न्याय नहीं मिला तो वह धरना प्रदर्शन करेंगे.
कैदी वार्ड में कैदी की मौत वहीं, मृतक कैदी अनिल के परिजनों ने आरोप लगाया है कि अनिल के परिजनों की एक दिन पहले ही बात हुई थी, वह ठीक था. कल रात 7:00 बजे पुलिस और जेल प्रशासन ने अचानक मौत की सूचना दी. जब अनिल की तबीयत खराब हुई थी तो परिजनों को सूचना क्यों नहीं दी गई. उन्होंने अनिल की हत्या का शक जाहिर करते हुए कहा कि अनिल पर जिन्होंने आरोप लगाया है उन्होंने ही पुलिस और जेल प्रशासन के साथ मिलीभगत कर उसकी हत्या की है.
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गौरतलब है कि नंगली मेघा गांव निवासी अनिल गैंगरेप के मामले में मार्च 2016 से जेल में बंद था और मगंलवार सुबह तबीयत खराब होने पर उसको जेल प्रशासन की ओर से अस्पताल के कैदी वार्ड में भर्ती कराया था. जहां शाम को 7:00 बजे उसकी मौत हो गई थी.