अलवर. वाहन चोरी के मामले में अलवर देशभर में बदनाम है. अलवर में सबसे अधिक वाहन चोरी होते हैं. पुलिस के तमाम प्रयासों के बाद भी यह घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही हैं. साल 2019 में पूरे साल वाहन चोर पुलिस को चुनौती देते हुए नजर आए. इनसे निपटने के लिए पुलिस ने कई बार टीमें गठित कर कार्रवाई की. लेकिन चोरी हुए वाहनों की बरामदगी नाम मात्र की रही.
पुलिस रिकॉर्ड पर नजर डालें तो वर्ष 2019 में अलवर जिले में कुल 1383 वाहन चोरी हुए. इनमें से सिर्फ 185 वाहन पुलिस ने बरामद किए. अन्य वाहन मालिक अपने वाहन के लिए थानों में चक्कर लगा रहे हैं. चोरी हुए वाहनों में 1288 दुपहिया और 95 चार पहिया वाहन शामिल थे. इस हिसाब से प्रतिदिन चार वाहन अलवर से चोरी होते हैं.
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थानों के हिसाब से नजर डालें तो कोतवाली थाना क्षेत्र में 378 वाहन चोरी हुए. एनईबी थाना क्षेत्र में 271, शिवाजी पार्क में 88, अरावली विहार में 113, अलवर सदर थाना क्षेत्र में 50, एमआईए में 37, मालाखेड़ा में 72, राजगढ़ में 61, खेड़ली में 57, रामगढ़ में 47, बड़ौदा में 25, गोविंदगढ़ में 31, कठूमर में 30, लक्ष्मणगढ़ में 33, प्रतापगढ़ में 5, रैणी में 13, टहला में 15, नारायणपुर में 12, नौगांवा में 20 और थानागाजी में 25 वाहन चोरी हुए.