अलवर. अलवर के राजीव गांधी सामान्य अस्पताल में अलवर के अलावा आसपास के जिलों और राज्य से भी इलाज के लिए लोग आते हैं. कोरोना वायरस के चलते अभी अस्पताल में सामान्य मरीजों का इलाज बंद कर दिया गया है. लेकिन इसके बाद भी इमरजेंसी सेवाओं के मरीज इलाज के लिए अस्पताल में आते हैं.
ऐसे में वो मरीज और उनके परिजन संक्रमित लोगों के संपर्क में नहीं आ सके. इसके लिए अस्पताल प्रशासन ने नई व्यवस्था की है. क्योंकि जिले में कोरोना वायरस के लिए आइसोलेशन वार्ड सामान्य अस्पताल में ही बनाया गया है. सामान्य अस्पताल में कोरोना की ओपीडी चल रही है.
अलवर में प्रशासन ने शुरू की नई व्यवस्था ऐसे में संदिग्ध संक्रमित लोग इलाज के लिए अस्पताल में आते हैं. एक ही परिसर में सभी व्यवस्था होने के कारण लोगों में संक्रमण फैलने का खतरा बना हुआ था. इसलिए अस्पताल प्रशासन ने अस्पताल का पार्टीशन किया है. इसके तहत अस्पताल परिसर में बैरिकेडिंग की गई है.
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इस नई व्यवस्था के तहत अस्पताल में मेडिसन और सर्जरी के सभी मरीजों का इलाज पूरी तरीके से बंद करने का फैसला लिया गया है. केवल इमरजेंसी ट्रॉमा सेंटर के मरीजों का अस्पताल में इलाज होगा. इसके लिए ट्रॉमा एरिया को अलग किया गया है. जबकि पूरे अस्पताल को सेपरेट कर दिया गया है.
जिससे ट्रॉमा सेंटर में आने वाले मरीज और उनके परिजन अन्य संक्रमित लोगों के संपर्क में नहीं आ सकेंगे. अस्पताल प्रशासन ने कहा कि शनिवार से अस्पताल में यह व्यवस्था लागू हो जाएगी. इसके साथ ही शहर के काला कुआं सैटेलाइट अस्पताल और जगन्नाथ मंदिर डिस्पेंसरी में सामान्य मेडिसन की ओपीडी चलेगी.
वहां पर सामान्य बीमारी के मरीज इलाज करा सकेंगे. इसके अलावा भी कई अन्य व्यवस्थाएं इन दोनों अस्पताल में की जा रही है. वहीं, जिला कलेक्टर ने सभी निजी अस्पताल और सीएचसी, पीएससी को पहले ही ओपीडी शुरू करने के निर्देश दिए थे.