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अलवर के किशनगढ़बास में नागरिकता संशोधन एक्ट के खिलाफ लोगों का प्रदर्शन

नागरिकता संशोधन एक्ट के खिलाफ किशनगढ़बास उपखंड क्षेत्र के लोगों ने नारेबाजी करते हुए विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान किसी भी प्रकार की हिंसा की स्थिति से निपटने के लिए मौके पर भारी संख्या में पुलिस जाप्ता मौजूद रहा.

Citizenship Amendment Act, अलवर में विरोध प्रदर्शन
नागरिकता संशोधन एक्ट के खिलाफ लोगों ने किया प्रदर्शन

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Published : Dec 20, 2019, 5:54 PM IST

किशनगढ़बास (अलवर).जिले के किशनगढ़बास उपखण्ड कार्यालय परिसर में मेवात क्षेत्र के लोगों ने नागरिकता संसोधन एक्ट के खिलाफ अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए जमकर नारेबाजी की. इस मौके पर किसी भी प्रकार की हिंसा की स्थिति से निपटने के लिए मौके पर भारी मात्रा में पुलिस का जाप्ता मौजूद रहा.

नागरिकता संशोधन एक्ट के खिलाफ लोगों ने किया प्रदर्शन

कस्बे के बाईपास हाईवे पर एकत्रित होकर ग्रामीण सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए उपखण्ड कार्यालय पहुंचे. जहा गेट के बाहर जमकर नारेबाजी कर अपना आक्रोश प्रकट किया. जिसके बाद बिल के विरोध में राष्ट्रपति के नाम उपखंड अधिकारी को ज्ञापन दिया.

पढ़ें- CAA के विरोध की आग पहुंची जयपुर, 22 दिसंबर को मुस्लिम समाज का विरोध मार्च

आल इंडिया मेवात विकास के नेतृत्व में मेवात के ग्रामीणों ने नागरिकता संसोधन बिल के खिलाफ लामबंद होकर प्रदर्शन किया. साथ ही मीडिया से रूबरू होकर बताया कि नागरिकता कानून यह देशहित में नहीं है. जामिया मिलिया यूनिवर्सिटी में पुलिस की बर्बरता व अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में अवैध बंदी व कर्फ़्यू और यूपी पुलिस व दिल्ली पुलिस ने जो माहौल बना रखा है, यह बहुत शर्मनाक है. पुलिस द्वारा घिनौनी हरकत की सुप्रीम कोर्ट के किसी रिटायर्ड जज से जांच कराने की मांग की है.

झालावाड़ में नागरिकता संशोधन एक्ट के विरोध में लोगों ने राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा

नागरिकता संशोधन एक्ट के विरोध में जिले के खानपुर उपखंड क्षेत्र में मुस्लिम समाज के लोगों ने रैली निकालकर प्रदर्शन किया. इस दौरान लोगों ने उपखंड कार्यालय पहुंचकर राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन उपखंड अधिकारी को सौंपा. उन्होंने ज्ञापन के जरिए नागरिकता संशोधन बिल पर पुनर्विचार करने की अपील की.

झालावाड़ में नागरिकता संशोधन एक्ट के विरोध में लोगों ने राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा

इस दौरान अंजुमन सदर अमीन उद्दीन ने आरोप लगाते हुए कहा कि नागरिकता कानून में मुस्लिम भाईचारे को नजरअंदाज किया गया है. जिससे मुस्लिम समाज के लोगों में रोष व्याप्त है. साथ ही कहा कि अगर केंद्र सरकार ने अपना फैसला वापस न लिया तो मुस्लिम भाईचारे के लोग केंद्र सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतरकर उग्र प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे.

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