अलवर.एक तरफ अलवर जिले में औद्योगिक क्षेत्रों और औद्योगिक इकाइयों की संख्या बढ़ रही है तो, दूसरी तरफ रीको की तरफ से औद्योगिक क्षेत्रों में बेहतर सुविधाएं भी उपलब्ध कराने के प्रयास किए जा रहे हैं. इसके लिए रीको ने विशेष प्लान तैयार किया है. जिसकी शुरुआत अलवर से की गई है. रीको के अधिकारियों की माने तो औद्योगिक क्षेत्रों में काम करने वाले लोगों को इससे काफी फायदा मिलेगा. कोरोना काल के बाद अचानक अलवर के औद्योगिक क्षेत्रों की डिमांड बढ़ गई है.
अलवर में औद्योगिक इकाइयां हो रही हैं बेहतर दरअसल देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकल प्रोडक्ट को बढ़ावा देने की बात कहते हुए देश के युवाओं को औद्योगिक इकाइयां लगाने के लिए आमंत्रित किया है. उन्होंने कहा कि हमें आत्मनिर्भर बनना होगा. ऐसे में देश में ज्यादा से ज्यादा औद्योगिक इकाइयां लगे और जरूरत का सामान देश में ही निर्मित हो. दिल्ली और एनसीआर की औद्योगिक इकाइयां अलवर में शिफ्ट हो रही हैं. साथ ही गुजरात, मध्यप्रदेश, हरियाणा सहित देशभर के कारोबारी अलवर के औद्योगिक क्षेत्रों में निवेश कर रहे हैं. ऐसे में प्रदेश सरकार ने अलवर की प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में औद्योगिक क्षेत्र डेवलप करने के आदेश दिए हैं. इस दिशा में काम तेजी से शुरू हो चुका है.
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दूसरी तरफ रीको की तरफ से लगातार औद्योगिक क्षेत्रों में नीलामी के माध्यम से प्लाट बेचे जा रहे हैं. इससे सरकार को राजस्व मिल रहा है. साथ ही औद्योगिक इकाइयां लगने से क्षेत्र का विकास होगा और लोगों को रोजगार मिलेगा. औद्योगिक क्षेत्रों में सुविधा उपलब्ध कराने के लिए रीको की तरफ से प्लान तैयार किया गया है. इसकी शुरुआत अलवर के एमआईए उद्योग क्षेत्र से हुई है.
रीको के अधिकारियों ने कहा कि एमआईए उद्योगी क्षेत्र में पेट्रोल पंप, वेयरहाउस, स्कूल, मार्केट, शॉपिंग कंपलेक्स सहित अन्य कमर्शियल गतिविधियों के लिए प्लाट की नीलामी की जा रही है. जिसमें लोग अपनी रुचि दिखा रहे हैं. औद्योगिक क्षेत्रों में सड़क, नाली, बिजली पानी सहित अन्य जरूरी संसाधनों की व्यवस्था भी रीको की तरफ से की जा रही है. इसका सीधा फायदा आम लोगों को मिलेगा.
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पिछले साल रीको ने अलवर क्षेत्र में 80 प्लाट बेचे थे. इस बार सौ से अधिक प्लाट बेचने का काम किया जा रहा है. जिसके लिए लगातार रीको की तरफ से नीलामी की जा रही है. साथ ही औद्योगिक क्षेत्र में खाली प्लाटों को रद्द करते हुए उन को फिर से बेचने की प्रक्रिया होगी. इसके अलावा बड़े प्लाटों को छोटे प्लाटों में बदलकर नीलामी में शामिल किया जाएगा. रीको के अधिकारियों ने कहा कि छोटे प्लाट की डिमांड ज्यादा रहती है. इसलिए रीको की तरफ से आम लोगों की सुविधा के लिए कई तरह के बदलाव किए गए हैं.