अलवर.जिले की आबादी 45 लाख से अधिक है. बता दें कि अलवर में सरकारी अस्पतालों में प्रतिदिन 10 हजार से अधिक मरीजों की ओपीडी रहती है. बारिश के बाद जमा पानी में डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया और स्क्रब टायफस के मच्छर हो जाते हैं, इसलिए मौसमी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है.
इस साल अलवर में डेंगू के 140 मरीज पॉजिटिव मिल चुके हैं. जबकि बीते 1 सप्ताह में 40 से अधिक पॉजिटिव मरीज डेंगू के सामने आ चुके हैं. इसके अलावा चिकनगुनिया के मरीजों की संख्या बीते साल की तुलना में ज्यादा है. ऐसे में लगातार बढ़ रही मौसमी बीमारियों के मरीजों की संख्या ने स्वास्थ्य विभाग को परेशान कर दिया है. हालांकि, स्वास्थ्य विभाग पर्याप्त इंतजाम होने के दावे कर रहा है, लेकिन हकीकत सबके सामने हैं.
डेंगू के मरीजों के आंकड़ों पर एक नजर
- साल 2016 में 448 मरीज सामने आए
- साल 2017 में 189
- साल 2018 में 519 मरीज सामने आए थे.
- और साल 2019 में अब तक डेंगू के मरीजों की संख्या 140 पहुंच चुकी है.
मलेरिया की बात करें तो...
- साल 2016 में 443 मरीज
- साल 2017 में 365 मरीज
- साल 2018 में 157 मरीज
- और साल 2019 में अब तक 103 मरीज सामने आ चुके हैं.
चिकनगुनिया के मरीजों की बात करें तो...
- साल 2016 में 86 मरीज
- साल 2017 में 56 मरीज
- साल 2018 में 41 मरीज
- और साल 2019 में अब तक 75 मरीज सामने आ चुके हैं.