अलवर.जिले में सरसों की पैदावार को लेकर जहां किसानों में उत्साह है. वहीं व्यापारी वर्ग भी खुश है. इस बार सरसों के भाव पिछले कई सालों की अपेक्षा ज्यादा है, जिससे अलवर के किसानों में खुशी की लहर है. अलवर कृषि उपज मंडी में प्रतिदिन आठ से 10 हजार बोरी सरसों की आवक हो रही है.
अलवर जिले में इस बार 8 से 10 हजार बोरी सरसों की आवक हो रही है कृषि उपज मंडी समिति के उपाध्यक्ष सुरेश जलालपुरिया ने बताया कि वर्तमान में अलवर की मंडी में 8 से 10 हजार बोरी प्रतिदिन आ रही है और इस वर्ष भाव भी अच्छे हैं. कोरोना वायरस के चलते हिंदुस्तान के लोग स्वदेशी तेल अपनाने के लिए सरसों के तेल का उपयोग कर रहे हैं.
पढ़ें:कोटा में नौवीं के छात्र ने लगाई फांसी, सामने आ रहे चौंकाने वाले खुलासे
उन्होंने बताया कि भारत 50 फीसदी विदेशी तेल पर निर्भर है. लेकिन इस बार सरसों की फसल अच्छी होने से और कोरोना वायरस के कारण लोग विदेशी तेलों का बहिष्कार कर रहे हैं. सरसों के तेल का उपयोग कर रहे हैं. भारत में पॉम ऑयल सहित अन्य तरीके का तेल आता है. लेकिन इस बार तिलहन की पैदावार अच्छी होने से किसानों में खुशी की लहर है.
सरसों की मांग भी अधिक है. वर्तमान में सरसों के भाव 4600 से 4650 रुपये प्रति क्विंटल के करीब चल रहे हैं. उन्होंने बताया कि जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि किसानों की आय दोगुनी की जाएगी. अगर स्वदेशी की बात आती है तो निश्चित रूप से किसानों की आय दोगुनी होगी. क्योंकि जब किसानों को सरसों के अलावा दूसरी फसलों के भाव अच्छे मिलेंगे तो निश्चित रूप से किसान खेती की ओर अग्रसर होगा.