अलवर. कहते हैं बच्चों की खुशी से बढ़कर माता-पिता के लिए और कुछ नहीं होता है, लेकिन अलवर जिले में कुछ अलग ही मामला सामने आया है. यहां पांच बच्चों की मां ने पति से रिश्ता तोड़कर प्रेमी से शादी रचा (Mother left the children in Bal kalyan samiti) ली. पति-पत्नी के अलग होने के बाद अब बच्चों पर संकट आ गया है. माता पिता दोनों ही बच्चों को साथ रखने के लिए तैयार नहीं हैं. ऐसे में फिलहाल बच्चों को बाल कल्याण समिति को सौंपा गया है.
महिला ने शादी के 15 साल बाद 5 बच्चों को छोड़कर प्रेमी के साथ निकाह कर लिया. पांच संतानों में एक नौकरी करता है जबकि 4 को बाल कल्याण समिति भेजा गया है. महिला का प्रेमी भी शादीशुदा है और उसके भी 5 बच्चे हैं. हालांकि बच्चों ने बताया कि वे मां के साथ रहना चाहते हैं, लेकिन वह उन्हें अपने साथ नहीं रखना चाहती है.
पढ़ें.Marriage Fraud In Jodhpur : शादीशुदा शख्स ने महिला को प्रेम जाल में फंसाकर रचाई दूसरी शादी… फिर हुआ चौंकाने वाला खुलासा
अलवर के सदर थाना पुलिस के एएसआई ब्रह्म प्रकाश ने बताया कि खोहरी गांव की रहने वाली नूरजहां (33) का निकाह 15 साल पहले अलवर के जाजोरबास गांव में तैयब (35) से हुई. तैयब ट्रक ड्राइवरी करता है और ज्यादातर बाहर रहता है. परिवार में किसी का भी खयाल नहीं रखता था. ऐसे में वह परेशान होकर बच्चों के साथ अपने पीहर खोहरी चली गई. इसी दौरान नूरजहां की मुलाकात मौसम (32) से हुई. मौसम गांव तूलेड़ा का रहने वाला है व उसका रिश्तेदार भी है. दोनों के बीच मुलाकात के बाद प्यार हो गया. मौसम की पत्नी और 5 बच्चे तूलेड़ा गांव में रहते हैं जबकि वह मजदूरी के लिए कई शहरों में आता जाता रहता है.
गुरुवार रात को नूरजहां और मौसम जयपुर कोर्ट से प्रोटेक्शन लेकर अलवर आए थे. उन्होंने पुलिस से कहा कि 3 महीने पहले जयपुर में मौसम के साथ उसने निकाह कर लिया है. अब वह अपने चार बच्चों को बाल कल्याण समिति को सौंपना चाहती है. पुलिस ने उसको समझाने का प्रयास किया, लेकिन वह नहीं मानी. इस पर बाल कल्याण समिति ने कानूनी प्रक्रिया के तहत बच्चों को रखने की व्यवस्था की. बताते हैं कि नूरजहां अपने बच्चों को छोड़कर चली गई तो बच्चे रोते-बिलखते उसके पीछे जाने लगे, लेकिन उसका दिल नहीं पसीजा.
पढ़ें.Video: तीसरी शादी करने जा रहे दूल्हे को पहले बनाया मुर्गा, फिर जमकर पीटा
समिति के सदस्यों ने नूरजहां को समझाया कि वह बच्चों को भी साथ रखे लेकिन वह नहीं मानी. आखिर तय हुआ कि नूरजहां की दो बेटियों को जयपुर के बालिका आवास भेज दिया जाएगा, जबकि दो बेटों को अलवर के बाल आवास को सौंप दिया जाएगा. नूरजहां के 5 बच्चों में तीन लड़के और दो लड़कियां हैं. बड़ा बेटा 14 साल का है. वह हरियाणा के सोना कस्बे में मजदूरी करता है. 11 साल की बेटी सुनैना छठी क्लास में पढ़ती है.
बाल कल्याण समिति अलवर के पदाधिकारियों ने बताया कि इन बच्चों को सरकारी हॉस्टल में रखा जाता है. अलवर में अभी लड़कों का हॉस्टल है. लड़कियों को जयपुर भेजा जाता है. वहां बच्चों को 18 साल की उम्र तक रखा जाता है. नूरजहां बच्चों को साथ रखने को तैयार नहीं है. फिलहाल बच्चों को सरकारी संरक्षण में रखा जाएगा. अगर बच्चों के पिता तैयब उनको रखने के लिए तैयार होगा तो आगे की प्रक्रिया शुरू होगी.