अलवर.वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के बीच अलवर शहर के लोगों को पानी के लिए परेशान होना पड़ रहा है. वार्ड में बनी पेयजल समस्या के निराकरण के लिए मंगलवार को 10 से अधिक पार्षदों ने जलदाय विभाग कार्यालय मनु मार्ग पहुंचकर प्रदर्शन किया. इस दौरान महिला पार्षद मटका लेकर जलदाय विभाग पहुंची. साथ ही विभाग को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर 7 दिन में पानी की समस्या का समाधान नहीं हुआ तो जन आंदोलन किया जाएगा.
अलवर: पानी की समस्या से परेशान पार्षदों ने किया प्रदर्शन
अलवर में मंगलवार को 10 से अधिक पार्षदों ने जलदाय विभाग पहुंचकर प्रदर्शन किया. पार्षदों ने कहा कि जलदाय विभाग के अधिकारी हमारी सुनवाई नहीं कर रहे हैं.
वार्ड नंबर 50 की पार्षद नेहा गुप्ता ने बताया कि हम 1 साल से जलदाय विभाग के चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है. उन्होंने कहा कि अधिकारियों की ओर से सिर्फ आश्वासन दिया जाता है. उन्होंने कहा कि कोरोना गाइडलाइन में बार-बार हाथ धोने को कहा गया है, लेकिन बिना पानी के हाथ कैसे धोएं. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि जलदाय विभाग के अधिकारी खुद की मनमानी कर रहे हैं.
पार्षद नारायण साईंवाल ने कहा कि 10 से ज्यादा पार्षद जलदाय विभाग पानी की समस्या का समाधान करवाने के लिए आए हुए हैं. इनमें वार्ड नंबर 7, 8, 11, 12, 13, 50, 63, 64, 65 इसके अलावा और वार्ड के पार्षद भी पानी की समस्या लेकर आए हुए हैं. पार्षद ने कहा कि हमारे ओर से कई बार जलदाय विभाग के अधिकारियों की मंत्री टीकाराम जूली से बात करवा दी गई है, लेकिन मंत्री के कहने के बाद भी जलदाय विभाग के अधिकारी उनकी बातों को अनसुना कर रहे हैं.
पार्षद ने कहा कि जोन नंबर 1 के अलावा और वार्ड में पानी 1 से 2 घंटा मिल रहा है, जबकि हमारे वार्डों को 13 मिनट से 15 मिनट तक के लिए ही पानी मिल रहा है. उन्होंने कहा कि जलदाय विभाग के अधिकारी हमारी नहीं सुन रहे हैं. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर हमारी मांग नहीं मानी गई तो धरना दिया जाएगा.