अलवर. अलवर की चूड़ी मार्केट में दिवाली के दिन भीषण आग में 11 व्यापारियों की 25 से अधिक दुकानें जल गईं, इस घटना में करोड़ों का नुकसान हुआ. घटना के बाद कुछ व्यापारियों ने नौकरी ढूंढना शुरू किया है, तो कुछ बाजार में दूसरी दुकान किराए पर लेकर काम शुरू करने की व्यवस्था कर रहे हैं. लेकिन इन सबके बीच सांवरिया साड़ी हाउस के रमन खंडेलवाल पर आग की घटना आफत बनकर आई है.
दरसअल रमन खंडेलवाल का परिवार पहले से खासा परेशान था. उनके बेटे मृदुल खंडेलवाल ने डिग्री इन कंस्ट्रक्शन की पढ़ाई करने के लिए एरा इंस्टीट्यूट ऑफ कैटेगरी न्यूजीलैंड में एडमिशन लिया. इसके लिए करीब 30 लाख रुपए का एजुकेशन लोन लिया गया. इसी दौरान 2 साल बाद मृदुल को कैंसर हो गया. कुछ समय बाद कैंसर का इलाज कराने के लिए उसे वहां हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया. अक्टूबर 2019 से मृदुल का इलाज चल रहा है. हालांकि अब उनकी हालत पहले से ठीक है ऑपरेशन भी सफल रहा. उनके इलाज में अब तक लाखों करोड़ों रुपए खर्च हो चुके है.
परिवार किसी तरह से समला ही था कि अचानक दिवाली के दिन चूड़ी मार्केट स्थित रमन की साड़ियों की दुकान में आग लग गई. इसमें रमन की दुकान व्यवस्था सामान जलकर राख हो गया. इस घटना के बाद पूरा परिवार खासा परेशान है. क्योंकि बच्चे के इलाज के लिए ही खासा कर्जा रमन और उसके परिवार ने लिया. इसमें समाज में लोगों की भी मदद मिली.
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रमन व उनकी पत्नी किसी तरह से कामकाज करके कर्ज चुकाने का सोच रहे थे कि अचानक दुकान के चलने के बाद पूरे परिवार पर मानो पहाड़ टूट गया हो. व्यापारियों ने बताया कि परिवार पर करीब 50 लाख का बैंक का कर्ज है. 30 लाख रुपए मकान का लोन है. इसके अलावा भी बच्चों की पढ़ाई के लिए एजुकेशन लोन परिवार ने लिया है. परिवार में साड़ी की दुकान ही आजीविका का एकमात्र साधन थी. अब दुकान जल चुकी है. सामान पूरी तरीके से जल चुका है. ऐसे में नए सिरे से दुकान को शुरू करने के लिए पहले दुकान की मरम्मत होगी. उसके बाद ही लाखों रुपए का सामान खरीदा जाएगा. जब जाकर कुछ काम का शुरू होगा.