अलवर.कोरोना संक्रमण से लड़ने में सरकार और प्रशासन के साथ समाजसेवी संस्थाएं भी सामने आई हैं. समाजसेवी खानचंद चिमनी बाई हजरती की स्मृति में अलवर शहर के विवेकानंद चौक पर लोगों को कपड़े के मास्क और बिस्किट वितरित किए गए. मास्क वितरण कार्यक्रम में नगर परिषद सभापति बीना गुप्ता भी शामिल हुई. इस मास्क वितरण कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य यही है कि शहर में कोई भी बिना मास्क के नहीं घूमे. जिससे कोरोना जैसी महामारी को हराया जा सके.
इस अवसर पर अतिथि के रूप में आई सभापति बीना गुप्ता ने कहा कि न केवल सरकार बल्कि विभिन्न स्वयंसेवी संस्थाओं की ओर से शहर में मास्क वितरित किए जा रहे हैं. ताकि कोई भी व्यक्ति बिना मास्क सड़क पर नहीं घूमे. सभापति ने कहा कि आज घर से निकलने के बाद मास्क वह सोशल डिस्टेंसिंग सबसे जरूरी जरूरी है. इसी से कोरोना की जंग जीती जा सकती है. राज्य सरकार ने इसी को ध्यान में रखते हुए 'नो मास्क नो एंट्री' आंदोलन चलाया है.
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वहीं संस्था के अध्यक्ष दौलतराम हजरती ने कहा कि उनका ट्रस्ट पिछले 7 सालों से जरूरतमंदों की सेवा में जुटा हुआ है. लॉकडाउन के दौरान भी जरूरतमंद लोगों को राशन सामग्री भी उपलब्ध कराई गई. जो व्यक्ति गरीबी के कारण अपना इलाज नहीं करवा सकता उनका भी इस संस्था के माध्यम से पूरा सहयोग किया जाता है. प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा 'नो मास्क नो एंट्री' अभियान चलाया गया है, इसे सफल बनाने के लिए संस्था ने 300 मास्क और बिस्कुट के पैकेट बांटे, ताकि कोई भी व्यक्ति बिना मास्क के शहर में न घूमे.