अलवर. 3 फरवरी को अलवर में एक विवाहिता ने सुसाइड कर लिया. 2 महीने पहले ही मृतका रवीना की शादी अलवर के रहने वाले प्रदीप से हुई थी. लड़की के परिजनों का आरोप है कि ससुराल वाले दहेज के लिए उसे परेशान कर रहे थे. उसके साथ मारपीट करते थे और अब उन्होंने मांग पूरी नहीं होने पर उनकी लड़की की हत्या कर दी. इस पूरे मामले में पुलिस पर भी लापरवाही के आरोप लग रहे हैं. परिजनों का कहना है कि पुलिस एफआईआर लिखवाने के लिए उन्हें इधर-उधर दौड़ाती रही.
अलवर में विवाहिता की संदिग्ध मौत क्या है पूरा मामला
25 नवंबर 2019 को जयपुर के कोटपूतली के रहने वाले ठेकेदार ने अपनी बेटी रवीना की शादी अंबेडकर नगर में रहने वाले युवक प्रदीप से की थी. शादी में लड़की वालों ने 80 लाख रुपए खर्च किए थे. लड़की वालों का कहना है कि शादी के समय प्रदीप के परिजनों ने कहा कि प्रदीप डॉक्टर है वे जल्द ही उसको सरकारी नौकरी मिल जाएगी. शादी में स्कॉर्पियो दहेज में दी थी. लेकिन धीरे-धीरे उनकी मांग बढ़ने लगी. लड़की वालों का आरोप है कि ससुराल वाले लगातार उनकी बेटी को दहेज के लिए प्रताड़ित करते थे. शादी में फॉर्चुनर गाड़ी नहीं देने पर उसके साथ मारपीट करते थे.
पढे़ं:सीकर में लूटपाट के मामले में चार बदमाश गिरफ्तार
बुधवार को संदिग्ध परिस्थितियों में लड़की रवीना की मौत हो गई. वह अपने कमरे में पंखे से लटकी हुई थी. लड़की वालों का कहना है कि उनकी बेटी के गले पर दो जगह चोट के निशान हैं. कंधे की हड्डी भी टूटी हुई है. आशंका है कि ससुराल वालों ने पहले उसकी रस्सी से गला घोट कर हत्या की और बाद में आत्महत्या दिखाने के लिए उसको चुन्नी से फांसी पर लटका दिया.
परिवार वालों का कहना है कि पुलिस भी उनकी मदद नहीं कर रही है. एफआईआर दर्ज करने में पुलिस पहले आनाकानी कर रही थी. लेकिन बाद में दबाव बढ़ने पर उन्होंने केस रजिस्टर किया है. मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने मेडिकल बोर्ड से मृतका का पोस्टमार्टम कराया. इस दौरान अस्पताल में लड़के के नाना के साथ लोगों ने मारपीट की. जिसके बाद से राजीव गांधी सामान्य अस्पताल के बाहर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है. एडिशनल एसपी सहित तमाम अधिकारी मौके पर पहुंचे. परिजनों ने शव लेने से इनकार कर दिया. पुलिस परिजनों को समझा रही है और मामले में जांच के बाद कार्रवाई की बात कर रही है.