अलवर. कोरोना महामारी अब पूरी तरह से ग्रामीण परिवेश में अपने पैर पसारने लगी है. जिससे ग्रामीण परिवेश में बड़ी संख्या में कोरोना बीमारी से ग्रसित मरीज सामने आने लगे हैं. जिससे ग्रामीण व स्थानीय शासन और प्रशासन के पैर फूलने लगे हैं. ताजा स्थिति की बात करें तो भिवाड़ी के खुशखेड़ा थाना क्षेत्र स्थित पूर्व विधायक मास्टर मामन सिंह के पैतृक गांव कमालपुर को भी आज जीरो मोबिलिटी घोषित कर दिया गया.
अलवर का कमालपुर गांव जीरो मोबिलिटी घोषित जिला कलेक्टर द्वारा जैसे ही संपूर्ण कमालपुर गांव को जीरो मोबिलिटी घोषित किया गया तो तुरंत प्रभाव से खुशखेड़ा थाना अधिकारी राजेश यादव ने मोर्चा संभाला और बताया की नायब तहसीलदार टपूकड़ा व स्थानीय सरपंच से विचार-विमर्श कर गांव के मुख्य पांच रास्तों को बांस बल्ली बांधकर पूरी तरह से बंद कर दिया गया. जिनमें से एक रास्ते पर आवश्यकता के अनुसार पुलिस के जवान रखे गए हैं, जो आने जाने वालों की गतिविधियों पर कड़ी व पैनी नजर रखेंगे. इस रास्ते से सिर्फ आवश्यकता के अनुसार या आपातकालीन जैसी स्थितियों में आने जाने वालों के लिए छूट दी जाएगी. इसके अलावा किसी को भी आने जाने की परमिशन नहीं होगी.
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उधर टपूकड़ा सामुदायिक चिकित्सालय प्रभारी डॉ. विनोद विजय ने बताया कि गांव में वर्तमान में लगभग एक दर्जन कोरोना पॉजिटिव मरीज मौजूद हैं, जिनको गांव में ही होम आइसोलेशन पर रखा गया है. सभी को कोरोना मेडिसिन किट दे दी गई है. आपको बता दें कि हमारे भारत देश का लगभग 75 प्रतिशत क्षेत्र गांव में निवास करता है. ऐसी स्थिति में गांव में इस महामारी का फैलना एक बड़ी ही गंभीर चिंता का विषय है.
बहरहाल थानाधिकारी राजेश यादव खुशखेड़ा की निगरानी में यह समस्त जीरो मोबिलिटी क्षेत्र है. यहां यह कहा जा सकता है कि कोरोना जैसी गंभीर महामारी की चेन को तोड़ने के लिए केंद्र सरकार सहित राज्य सरकार भी जनजागृति के अनेकों अभियान चला रही है, लेकिन लोगों का सहयोग न मिल पाने के चलते कोरोना महामारी तेजी से फैल रही है और इस चैन को तोड़े जाने के प्रयास में जुटी है, लेकिन अभी तक चैन को तोड़े जाने के लिये एड़ी और चोटी का जोर लगाना पड़ रहा है.