राजस्थान

rajasthan

ETV Bharat / city

चुनाव अब सरकार के 5 साल के कार्यकाल को देखकर नहीं हो रहे हैं, लोगों को भावनात्मक भाषणों में गुमराह किया जा रहा है : जितेंद्र सिंह - jitendra singh on modi

देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर पूर्व केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कई गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि बीते दिनों में उनका भाषण देखकर उन्हें बहुत हंसी आई. साथ ही उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री होकर उन्हें इस तरह की भाषा नहीं बोलनी चाहिए. क्योंकि वो बहुत बड़ा पद है.

jitendra singh on modi, jitendra singh in alwar, jitendra singh

By

Published : Oct 17, 2019, 3:15 PM IST

अलवर.हरियाणा, दिल्ली, महाराष्ट्र सहित विभिन्न राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव पर पूर्व केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि अब चुनाव सरकार के 5 साल के कार्यकाल को देखकर नहीं हो रहे हैं. लोगों को भावनात्मक भाषणों में गुमराह किया जा रहा है. ऐसे में अब जनता को खुद फैसला करना होगा कि वो किसको वोट देते हैं.

मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा, अब चुनावों का स्वरूप बदल दिया गया है

पूर्व केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने ईटीवी भारत से विशेष बातचीत में कहा कि अब जो चुनाव हो रहे हैं, उनका स्वरूप पूरी तरीके से बदल दिया गया है. चुनाव में सरकार के 5 साल के कामकाज व आने वाले समय में उसकी सरकार द्वारा किए जाने वाले कार्य को देखा जाना चाहिए. उसी के आधार पर वोट डालने चाहिए. लेकिन लंबे-लंबे भाषण दिए जाते हैं. लोगों को भावनात्मक रूप से भाषणों के माध्यम से उनकी सोच को बदल दिया जाता है.

यह भी पढ़ें- ओला और चौधरी परिवार की राजनीतिक अदावत के बीच हनुमान बेनीवाल ने पढ़े शीशराम की तारीफ में कसीदे

उन्होंने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कई गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि बीते दिनों में उनका भाषण देखकर उन्हें बहुत हंसी आई. साथ ही कहा कि प्रधानमंत्री होकर इस तरह की भाषा नहीं बोलनी चाहिए. क्योंकि वो बहुत बड़ा पद है.

मोदी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि वे भावनाओं पर अपनी बातें लेकर जाते हैं. जबकि उनको नीतियों के आधार पर बात करनी चाहिए. इसलिए अब सब कुछ जनता के ऊपर है. जनता को ही सोचना और समझना पड़ेगा कि वे किस व्यक्ति व पार्टी को वोट देना चाहते हैं. नीतियों के आधार पर उनको वोट डालने हैं या फिर भावनाओं में बहते हुए वे वोट देना चाहते हैं.

ABOUT THE AUTHOR

...view details