अलवर.राजस्थान मेंअलवर के राखी व्यापारी घनश्याम सैनी की हत्या के मामले का खुलासा करते हुए पुलिस ने पपला गैंग के तीन बदमाशों को गिरफ्तार किया है. यह बदमाश घनश्याम सैनी से 40 लाख रुपये की रंगदारी मांग रहे थे. रंगदारी नहीं देने पर बदमाशों ने व्यापारी का अलवर से अपहरण किया. उसके बाद तिजारा के पास नौरंगाबाद गांव में ले जाकर उसके साथ जमकर मारपीट की. बदमाशों ने डंडे व लोहे की रॉड से उसके साथ इतनी मारपीट की कि व्यापारी की मौत हो गई. इस मामले में तीन बदमाश अभी फरार हैं. घटना को 6 बदमाशों ने अंजाम दिया था.
अलवर पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम ने घनश्याम सैनी की हत्या के मामले का खुलासा करते हुए (Alwar Rakhi Businessman Murder Case) बताया कि इस मामले में तीन बदमाश गिरफ्तार किए गए हैं. इसमें बलजीत सिंह उर्फ बल्ली निवासी तिजारा, अशोक उर्फ झुन्नू निवासी मुंडावर व विशाल सिंह पुत्र महेंद्र सिंह निवासी लादिया मोहल्ला अलवर को गिरफ्तार किया है. बलजीत सिंह उर्फ बल्ली पपला गैंग का सदस्य है. बलजीत व अप्पू उर्फ राजा ने व्यापारी के अपहरण व उसके साथ मारपीट की साजिश रची थी. एसपी ने कहा कि व्यापारी घनश्याम सैनी ने पपला गैंग की विरोधी गैंग चीकू गैंग की आर्थिक रूप से मदद की थी, जिसको लेकर पपला गए के बदमाश नाराज चल रहे थे.
इसी बीच बलजीत उर्फ बल्ली ने घनश्याम सैनी से 10 करोड़ रुपये की डिमांड की. घनश्याम सैनी ने पैसे की व्यवस्था नहीं होने व पैसे देने से मना कर दिया. उसके बाद 10 करोड़ की डिमांड धीरे-धीरे घटकर 40 लाख रुपये तक आ गई. घनश्याम सैनी ने 40 लाख रुपये भी देने से मना कर दिया, जिसके बाद बलजीत और अप्पू ने अपने साथियों के साथ मिलकर अलवर के एरोड्रम रोड से 29 जुलाई को घनश्याम सैनी का अपहरण किया. 6 बदमाश घनश्याम सैनी को लेकर अपने साथ किशनगढ़ के रास्ते तिजारा पहुंचे. तिजारा के नौरंगाबाद गांव के पास उन्होंने डंडे और लोहे की रॉड से घनश्याम सैनी के साथ जमकर मारपीट की और बुरी तरह से उसको जख्मी कर दिया. उसके बाद बलजीत उर्फ बलि ने घनश्याम सैनी के फोन से 108 एंबुलेंस को फोन करके एंबुलेंस भेजने के लिए कहा. कुछ देर बाद बदमाश मौके से फरार हो गए. एंबुलेंस नहीं पहुंची व कोई मदद नहीं मिलने के कारण घनश्याम सैनी लहूलुहान हालत में वहां पड़ा रहा और उसके शरीर से खून बहता रहा. अधिक खून बहने के कारण उसकी मौत हो गई.
एसपी ने बताया कि इनके पास से स्कॉर्पियो गाड़ी, एक पिस्टल, दो जिंदा कारतूस बरामद हुए हैं. सभी के खिलाफ जिले के विभिन्न थानों में एफआईआर दर्ज है. बलजीत उर्फ बल्ली के खिलाफ अलवर जिले में 3 मामले दर्ज हैं. अशोक के खिलाफ चार एफआईआर दर्ज हैं. इसके अलावा अप्पू उर्फ राजा, मोंटी सैनी व अमित सोनी अभी फरार हैं. राजा के खिलाफ (Police Big Action in Alwar Murder Case) पांच एफआईआर दर्ज हैं. अमित के खिलाफ एक मामला दर्ज है व मोंटी के खिलाफ अलवर जिले के विभिन्न थानों में 6 एफआईआर दर्ज हैं.