अलवर.मरीजों के लिए सप्लाई किए जाने वाले ऑक्सीजन की गुणवत्ता में 90 प्रतिशत तक शुद्ध होनी चाहिए. लेकिन प्लांट में बनने वाली ऑक्सीजन 70 प्रतिशत तक शुद्ध है. ऐसे में अस्पताल में भर्ती मरीजों को सांस लेने में दिक्कत हो रही है. साथ ही उनके ठीक होने में भी समय लग रहा है. गुरुवार रात को अचानक विद्युत सप्लाई कट होने के कारण ऑक्सीजन प्लांट बंद हो गया. ऐसे में अस्पताल प्रशासन की परेशानी बढ़ गई. मामले की जानकारी तुरंत इंजीनियरों को दी गई. देर रात तक इंजीनियर प्लांट में काम करते रहे. साथ ही सिलेंडरों की मदद से ऑक्सीजन सप्लाई की गई.
बता दें, राजीव गांधी सामान्य अस्पताल में 180 मरीज ऑक्सीजन सपोर्ट पर हैं. अस्पताल में ऑक्सीजन बनाने का एक छोटा प्लांट लगा है. लगातार इस प्लांट से अस्पताल में भर्ती मरीजों को ऑक्सीजन सप्लाई की जा रही है. लेकिन प्लांट में बनने वाली ऑक्सीजन की गुणवत्ता 70 प्रतिशत तक शुद्ध है. जबकि मरीजों को दी जाने वाली ऑक्सीजन 90 प्रतिशत तक शुद्ध में बेहतर होनी चाहिए. लगातार कई दिनों से प्लांट में दिक्कत हो रही हैं. इंजीनियर लगातार उसको ठीक करने में लगे हैं.
ऑक्सीजन का लेवल बेहतर करने के लिए आक्सीजन सिलेंडरों की मदद भी ली जा रही है. सिलेंडरों से लगातार ऑक्सीजन प्लांट की लाइन से सप्लाई की जा रही है. इसके अलावा गुरुवार को रात के समय अचानक विद्युत सप्लाई कट होने के कारण ऑक्सीजन प्लांट बंद हो गया. इस दौरान सिलेंडरों से ऑक्सीजन सप्लाई की गई. देर रात तक यह सिलसिला चलता रहा.
यह भी पढ़ें:बांसवाड़ा के एमजी हॉस्पिटल में जल्द शुरू होगा ऑक्सीजन प्लांट- मंत्री अर्जुन सिंह बामनिया