जयपुर. राजस्थान का अलवर एक बार फिर शर्मसार हुआ है. अलवर में शिक्षा के मंदिर में ही एक बालिका के साथ सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आया है. इस मामले में अब विपक्षी दल भी कांग्रेस पर हमलावर हो गया है.
अलवर में छात्रा से गैंगरेप के मामले में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया ने अलवर कलेक्टर और एसपी से फोन पर बात कर मामले की जानकारी ली और दुष्कर्मियों के खिलाफ कानूनन सख्त कार्रवाई की मांग की है. इसके साथ ही पूनिया ने राज्य सरकार से मांग करते हुए कहा कि इस मामले पर तुरंत संज्ञान लेकर पीड़िता व उनके परिवार को न्याय सुनिश्चित करें और दुष्कर्मियों के खिलाफ कानूनन कड़ी कार्यवाई हो, जिससे अपराधियों पर शिकंजा कसा जा सके और प्रदेश की बहन बेटियों को सुरक्षित माहौल मिल सके.
सतीश पूनिया ने जताई नाराजगी एक्शन लीजिये गृहमंत्री गहलोत जी : पूनिया
पूनिया ने कहा कि प्रदेश की बहन-बेटियों को सुरक्षित माहौल देने के लिए राज्य के गृहमंत्री अशोक गहलोत जी को जरूरत है की पटरी से उतर चुकी कानून व्यवस्था को दुरुस्त करने पर गंभीरता से ध्यान दें. बिगड़ी कानून व्यवस्था के बारे में आखिर कब तक हाथ पर हाथ धरे बैठे रहेंगे और कब तक मौन रहेंगे ? बहन-बेटियों को सुरक्षित वातावरण देने के लिए एक्शन लीजिए गृहमंत्री गहलोत जी, नहीं तो पद त्याग दीजिए.
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क्या है पूरा मामला...
सरकारी स्कूल के शिक्षकों के खिलाफ बच्चियों के परिजनों ने छेड़खानी, अश्लील हरकत और सामूहिक दुष्कर्म करने का मामला दर्ज कराया है. जिसमें बताया गया है कि गांव की सरकारी स्कूल के टीचरों के द्वारा नाबालिग बच्चियों को कमरे में बुलाकर प्रिंसिपल व अन्य अध्यापक उनसे गलत हरकत करते थे. यह मामला पिछले कई महीनों से चल रहा है, लेकिन आज बच्चियों ने हमें बताया. जिसके बाद हमने मांड़न थाने पहुंच प्रिंसिपल व अन्य टीचरों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है. साथ ही टीचरों के द्वारा बच्चियों को धमकाया गया कि अगर ये बातें किसी को बताई तो जान से मार दिया जाएगा.
भाजपा नेताओं का कांग्रेस पर हमला
अलवर जिले के बहरोड़ की एक स्कूल में बालिका के साथ गैंगरेप के मामले को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस सरकार पर करारा हमला बोला है. केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया और प्रवक्ता रामलाल शर्मा ने इस मामले को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया दी है.
शेखावत ने किया ट्वीट
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने ट्वीट किया है कि गहलोत सरकार अपराध के घटित होने का इंतजार करती है, जबकि उसे प्रो-एक्टिव अप्रोच अपनानी चाहिए. मेरा ख्याल है सीएम गहलोत और उनके प्रशासन को इतनी तो समझ होगी कि प्रो-एक्टिव अप्रोच क्या होती है.
वसुंधरा राजे ने ट्वीट किया
बहरोड़ में सामूहिक दुष्कर्म की यह घटना सहनसीमा से बाहर है. हमारी बेटियां यदि स्कूल में ही सुरक्षित नहीं है तो फिर प्रदेश में कौन सुरक्षित है. हमारी सरकार ने दुष्कर्म के आरोपियों की फांसी की सजा का कानून बनाया था. कांग्रेस सरकार जवाब दे कि वह क्या कदम उठाया जा रहा है.
वहीं प्रदेश अध्यक्ष जबकि सतीश पूनिया ने बयान दिया कि इस तरह की घटनाओं को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. कांग्रेस के शासन में बेटियां सुरक्षित नहीं हैं.
भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने ट्वीट किया
राजस्थान में कानून व्यवस्था ध्वस्त है. महिला उत्पीड़न, खास तौर पर स्कूल जाने वाली बच्चियों के साथ हैवानियत की घटनाएं बढ़ गईं हैं. स्कूल प्रशासन अपनी राजनीतिक पहुंच का इस्तेमाल इन मासूमों को चुप करवाने के लिए कर रहा है. अशोक गहलोत और गांधी परिवार की चुप्पी शर्मनाक है. वहीं, भाजपा प्रवक्ता रामलाल शर्मा ने भी सरकार पर सवाल खड़े किए है. बहरोड़ के एक स्कूल की बच्ची ने प्रधानाचार्य सहित अन्य अध्यापकों पर सामूहिक दुष्कर्म करने का मामला दर्ज करवाया है. इसमें अध्यापिकाओं पर भी मामले को दबाने का आरोप है.
अल्का गुर्जर बोलीं कानून व्यवस्था नाम की चीज नहीं
भाजपा की राष्ट्रीय महामंत्री अल्का गुर्जर ने प्रदेश की गहलोत सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि वह अपनी कुर्सी बचाने में लगे हैं. अब कांग्रेस महंगाई हटाओ रैली के नाम पर नौटंकी करने में लगी है. जबकि सबसे महंगी बिजली राजस्थान में है. उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज राजस्थान में दिखाई नहीं दे रही है. महिलाएं सबसे ज्यादा प्रताड़ित हैं. बहरोड में स्कूल स्टाफ के बच्ची के साथ घिनौनी हरकत करने की घटना इसका ताजा उदाहरण है. उन्होंने प्रियंका गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि वे यूपी में 'बेटी हूं लड़ सकती हूं' का नारा देती हैं. राजस्थान में बाघ देखने आती हैं. लेकिन यहां की माता-बहनों पर हो रहे अत्याचार उन्हें दिखाई नहीं देते हैं.