अलवर.जिले के स्कीम नंबर 8 के पास सोनावा क्षेत्र के रहने वाले फर्नीचर व्यापारी धर्मपाल ने फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर (furniture trader committed suicide) ली. व्यापारी ने आत्महत्या करने से पहले 8 पेज का सुसाइड नोट लिखा. सुसाइड नोट में व्यापारी ने पुलिस से आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने और पिता को आरोपियों से दिए गए पैस दिलवाने की बात कही गई है.
सुसाइड नोट में बताया कि अलवर के चर्च रोड पर उसका एक गोदाम है. उसके मालिक ने साल 2011-12 में गोदाम खाली करने के लिए बोला. उस समय पिता ने कहा बच्चों की शादी कर दूं. उसके बाद गोदाम खाली कर दूंगा. कुछ दिनों बाद गोदाम मालिक ने पांच लाख रुपए मांगे. मेरे परिवार की तरफ से उनको पैसे दिए गए, जिसके बाद गोदाम मालिक का निधन हो गया. जिसके बाद गोदाम मालिक के बेटे फिर व्यापारी धर्मपाल को परेशान करने लगे और ज्यादा पैसे की डिमांड करने लगे और उनके साथ मारपीट करने लगे. सुसाइड नोट में आरोप लगाया है कि उसके बच्चे गलत तरह से नौकरी पर लगे. सरकार को उसकी जांच करानी चाहिए. गोदाम मालिक की ओर से समय-समय पर पैसे की डिमांड की गई, जिसे पीड़ित परिवार ने पूरा किया. सुसाइड नोट में आरोप लगाया है कि उसके बाद भी वो धमकी देते रहे. फर्नीचर व्यापारी ने सुसाइड नोट में आरोपियों पर गोदाम में आकर मारपीट करने का आरोप भी लगाया है.