अलवर.राजस्थान की औद्योगिक राजधानी अलवर जल्द ही देश विदेश में विशेष पहचान रखेगा. अलवर को अभी राजस्थान की औद्योगिक राजधानी के नाम से जाना जाता है. जिले में 15,000 से अधिक औद्योगिक इकाइयां हैं. इनमें लाखों लोग काम करते हैं. दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, गुजरात, बिहार, झारखंड सहित देशभर से कारोबारी अलवर के औद्योगिक क्षेत्रों में निवेश कर रहे हैं. यहां अपनी औद्योगिक इकाई लगा रहे हैं.
राजस्थान का पहला टॉय और स्पोर्ट्स औद्योगिक क्षेत्र हुआ शुरू अलवर एनसीआर का हिस्सा
दरसअल अलवर एनसीआर का हिस्सा है. जो सड़क और रेल मार्ग से जुड़ा हुआ है. ऐसे में यहां आना-जाना अन्य जगहों की तुलना में आसान रहता है. प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश के पहले टॉय स्पोर्ट्स जोन का उद्घाटन किया है. खुशखेड़ा के पास भिवाड़ी में यह जोन बनाया गया है. इसमें कुल 29 प्लॉट हैं. इनमें से 12 प्लॉट बिक चुके हैं, जबकि 7 को ऑफर लेटर दिया जा चुका है.
देशभर की बड़ी कंपनियां कर रही निवेश
देश भर की बड़ी कंपनियां यहां निवेश कर रही हैं. टॉय और स्पोर्ट्स सिटी अलवर को विश्व मानचित्र पर विशेष पहचान दिलाएगी, क्योंकि लगातार देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आत्मनिर्भर भारत की बात कह रहे हैं. साथ ही खिलौना व्यवसाय को बढ़ावा देने के लिए बोल रहे हैं. अभी तक खिलौना व्यवसाय पर चीन का कब्जा है.
इसके अलावा सीएम ने 2 नए औद्योगिक क्षेत्रों का लोकार्पण किया है. भिवाड़ी में सलारपुर और बंदापुर में दो नए औद्योगिक क्षेत्र बनाए जाएंगे. सलारपुर में 1040 एकड़ में 300 प्लॉट और बंदापुर में 62 एकड़ में नया औद्योगिक क्षेत्र डेवलप होगा. यह दोनों उद्योग क्षेत्र सामान्य होंगे.
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ई-ऑक्शन के माध्यम से इन सभी प्लॉटों को भेजा जाएगा. रीको के अधिकारियों ने कहा कि सलारपुर बंदापुर में जल्द ही डेवलपमेंट कार्य शुरू हो जाएंगे. सड़क, पानी, बिजली सहित जरूरी संसाधन जुटाए जा रहे हैं. इस काम के बाद अलग-अलग साइज के प्लॉट काटकर की ऑप्शन के माध्यम से बेचे जाएंगे.