अलवर.शहर में अग्निशमन के तीन केंद्र हैं इनमें से दो केंद्र बंद हैं. जबकि अरावली विहार क्षेत्र स्थित एक केंद्र चल रहा है. यहां पर फायर की 8 गाड़ियां हैंं, जिनसे अलवर क्षेत्र में लगने वाली आग पर काबू पाने की प्रक्रिया होती है. अग्निशमन केंद्र पर स्टाफ की कमी है. ऐसे में सीएलसी कंपनी की तरफ से अस्थाई कर्मचारी लगाए गए हैं.
कर्मचारियों को नहीं मिल रहा वेतन अलवर में 30 से अधिक कर्मचारी लगे हुए हैं. प्रत्येक कर्मचारी को 5 हजार से लेकर 7 हजार रुपए तक वेतन मिलता है. दिवाली के समय कर्मचारियों को एक महीने का वेतन दिया गया. उसके बाद से कर्मचारियों को पांच महीने का वेतन नहीं मिला है. ऐसे में कर्मचारियों को जीवन यापन में खास दिक्कत आ रही है.
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अग्निशमन केंद्र पर स्टाफ की खासी कमी है. अग्निशमन केंद्र नगर परिषद के अधीन है. ऐसे में संसाधनों की भी खासी कमी बनी रहती है. स्टाफ की कमी के चलते कामकाज खासा प्रभावित होता है. इसलिए निजी कंपनी की तरफ से अस्थाई कर्मचारी लगाए गए हैं. लेकिन समय पर वेतन नहीं मिलने के कारण कर्मचारियों को खासी दिक्कत होती हैं. कर्मचारियों ने कहा कि कई बार इस संबंध में उच्च अधिकारियों को अवगत करवा चुके हैं. लेकिन अभी तक कोई मदद नहीं मिली. इतना ही नहीं विरोध जताने वाले कर्मचारियों को नौकरी से हाथ धोना पड़ता है, इसलिए लोग खासे डरे रहते हैं.