अलवर.गीतानंद शिशु अस्पताल में एफबीएनसी वार्ड में बेबी वार्मर मशीन में जलने से बच्ची की मौत हो गई. घटना के बाद चिकित्सा विभाग की ओर से दो डॉक्टरों सहित पांच कर्मचारियों को निलंबित किए जाने के विरोध में शनिवार को राजीव गांधी अस्पताल, महिला अस्पताल और गीतानंद शिशु अस्पताल में डॉक्टरों, नर्सिंग कर्मियों और प्राइवेट चिकित्सक नर्सिंग कर्मियों ने सुबह 9 से 11 बजे तक 2 घंटे कार्य बहिष्कार किया. पिछले 8 दिन से उनका प्रदर्शन जारी है.
डॉक्टर और नर्सिंगकर्मियों का प्रदर्शन इसकी वजह से मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. शुक्रवार को डॉक्टरों और नर्सिंगकर्मियों ने 2 घंटे का कार्य बहिष्कार करते हुए सीएमएचओ के आदेश की प्रतिलिपि भी जलाई और आईएमए होल के बाहर नारेबाजी कर प्रदर्शन किया. वहीं जल्द बहाल नहीं करने पर पूरे जिले की चिकित्सा व्यवस्था को ठप करने की चुनौती भी दी है.
डॉक्टर मोहन लाल सिंधी ने बताया, कि करीब 8 दिनों से लगातार हॉस्पिटल में 2 घंटे का कार्य बहिष्कार करते हुए हड़ताल की जा रही है. इसके बावजूद भी राज्य सरकार निलंबित डॉक्टर और नर्सिंगकर्मियों को बहाल नहीं कर रही है. सरकार ने तानाशाही रवैया अपना रखा है. सरकार ने जो जांच करवाई, उसको डॉक्टरों को नहीं दिखाया गया.
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उन्होंने ये भी कहा, कि CMHO ने अपने कार्यालय से आदेश निकाला है, कि जो डॉक्टर काम पर नहीं जा रहा है. उसकी सर्विस ब्रेक कर दी जाएगी. इसलिए उनके आदेश की कॉपी जलाई गई है. सीएमएचओ ओपी मीणा को यहां से हटाए जाने की मांग की गई. अगर सरकार जल्द से जल्द हमारे डॉक्टर्स, नर्सिंगकर्मियों को बहाल नहीं करेगी तो सोमवार से पूरे जिले की चिकित्सा व्यवस्था को ठप कर देंगे. शनिवार को फूलबाग स्थित पूर्व केंद्रीय मंत्री भंवर जितेंद्र सिंह से मिलेंगे और उनको ज्ञापन दिया जाएगा.