अलवर. जिले के राजगढ़ कस्बे में शव की बेकद्री का मामला सामने आया है. राजगढ़ अस्पताल से एक व्यक्ति के शव को गरीब परिजनों को मजबूरी में ऑटो में घर ले जाना पड़ा.
अस्पताल या पुलिस प्रशासन की ओर से शव के लिए एम्बुलेंस की व्यवस्था नहीं की गई थी. मजबूरी में गरीब परिजन एक ऑटो में शव को ले जाते हुए दिखाई दिए. इस दौरान शव को ऑटो की सीट पर परिजन कपड़े में लपेट कर पकड़ कर ले जाते दिखाई दिए. खुले में शव को इस तरह ले जाते देख वहां मौजूद लोग सिस्टम को कोसते नजर आए.
दरअसल थाना राजाजी निवासी अमर सिंह जाटव ने फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया था. इसके बाद पुलिस ने मृतक का पोस्टमार्टम करवा कर शव परिजनों को सौंप दिया. इस दौरान अस्पताल से गरीब के लिए एम्बुलेंस की व्यवस्था नहीं करवाई गई. इसलिए परिजन ऑटो में शव लेकर गए.
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राजगढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम थाना राजाजी में अमर ने फांसी का फंदा लगाकर जीवनलीला समाप्त कर ली. सहायक उपनिरीक्षक हरिमन मीना ने बताया कि सुबह सूचना मिली की ग्राम थानाराजाजी में अमरसिंह नाम के व्यक्ति ने फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली है. सूचना पर मौके पर पहुंचे और मृतक के शव को कब्जे में लेकर राजगढ़ सीएचसी पहुंचाया. जहां मृतक के शव का पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया.
उन्होंने बताया कि इस संबंध में मृतक बैरवा बस्ती, थानाराजाजी निवासी अमर सिंह पुत्र किशोरीलाल वर्मा के बड़े भाई ने रिर्पोट पेश कर बताया कि उसका छोटा भाई नशे का आदि था. जिसने देर रात खुद के कमरे में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली है. पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. अलवर में ऐसा पहली बार नहीं हुआ है. इससे पहले भी कई ऐसे मामले सामने आ चुके हैं, जब शव की बेकद्री हुई है.