अलवर. शहर के शिवाजी पार्क पुलिस थाना क्षेत्र में तिजारा फाटक के पास शनिवार को एक मंदिर को लेकर दो पक्षों में विवाद हो गया. सूचना मिलने पर पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे और यथास्थिति बनाए रखने के लिए पाबंद किया.
अलवर में मंदिर को लेकर विवाद तिजारा फाटक के पास प्राचीन हनुमान मंदिर बना हुआ है. यह मंदिर चंदू हलवाई नाम के व्यक्ति की जमीन पर है. यह जमीन पूर्व में दान में दी हुई थी. बताया जा रहा है कि जमीन के वर्तमान में कागजात नहीं हैं. लेकिन अब यह जमीन पीडब्ल्यूडी के अधीन बताई जा रही है. क्योंकि यह मंदिर रास्ते में आता है. इसलिए मंदिर कमेटी और कॉलोनी वासियों में इस बात को सहमति बनी कि इसको बाद में दूसरी जगह शिफ्ट कर देंगे. उसी सहमति के अधीन शनिवार को मंदिर को शिफ्ट करने की प्रक्रिया शुरू हुई. जिसका विरोध कॉलोनी वासियों ने किया.
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अतिरिक्त जिला कलेक्टर रामचरण शर्मा ने बताया कि मंदिर निर्माण को लेकर शांति व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं. दोनों पक्षियों को समझाइश कर दी गई है. मंदिर रोड पर बना हुआ है. पीडब्ल्यूडी की जमीन है, कॉलोनी वासियों का इस मंदिर की शिफ्टिंग को लेकर विरोध था और मूर्ति को पीछे हटा कर इस मंदिर को सड़क मार्ग से थोड़ा अलग किया जा रहा था.
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शिव लाल बैरवा ने बताया कि फाटक के किनारे पूर्व विधायक रामहेत यादव के मकान के समीप एक प्राचीन हनुमान मंदिर है. जिसमें मंदिर समिति व कॉलोनी वासियों में मंदिर को हटाने की सहमति हुई थी. जब मंदिर हटाने की प्रक्रिया शुरू हुई तो विवाद शुरू हो गया. अब दोनों पक्षों को यथास्थिति बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं.