अलवर. अलवर प्रदेश का ऐसा जिला है जहां दो एसपी तैनात हैं. इसके साथ ही जिले के दो मंत्री प्रदेश सरकार में काबिज हैं, उसके बाद भी यहां क्राइम का ग्राफ (Crime Graph In Alwar) लगातार बढ़ता जा रहा है. आए दिन जिले में रेप, लूट और हत्या जैसी वारदातें हो रही हैं. पुलिस के लाख प्रयासों के बाद भी अपराध पर नियंत्रण नहीं हो पा रहा है जबकि सरकार लगातार क्राइम को कम करने के दावे कर रही है.
प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनते ही अलवर में थानागाजी गैंगरेप की घटना हुई. इस घटना ने प्रदेश में अलवर को दागदार कर दिया. कांग्रेस से राहुल गांधी और प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सहित तमाम नेता अलवर पहुंचे. कई दिनों तक अलवर राजनीति का केंद्र बना रहा. उसके बाद पपला जेल ब्रेक कांड हुआ. इनामी बदमाश पपला गुर्जर को उसके साथी बहरोड जेल से लॉकअप से छुड़ाकर ले गए. इस घटना से राजस्थान पुलिस पूरे देश में बदनाम हुई. और अब अलवर में अब विमंदित बालिका प्रकरण पूरे देश में चर्चा का विषय बना हुआ है. इन सभी घटनाओं ने अलवर प्रशासन और कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े (Question on Alwar police) कर दिए हैं.
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थानागाजी गैंगरेप
8 मई 2019 को अलवर के थानागाजी के पास एक गांव में अराजक तत्वों ने एक युवक के सामने ही उसकी पत्नी के साथ गैंगरैप किया. इस घटना ने अलवर में पुलिस प्रशासन और व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े कर दिए. आरोपियों ने घटना के बाद पीड़िता का वीडियो बनाया और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. इस मामले में कांग्रेस के राहुल गांधी, प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, तात्कालीन डिप्टी सीएम सचिन पायलट सहित तमाम नेता और मंत्री अलवर पहुंचे. इसके अलावा अन्य पार्टियों के लिए भी अलवर केंद्र बन गया है.
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पपला जेल ब्रेक कांड