अलवर. राजस्थान की औद्योगिक राजधानी है. अलवर से देश-विदेश में सामान सप्लाई होता है. 40 हजार से ज्यादा सेल टैक्स विभाग में फर्म रजिस्टर्ड है. ऐसे में आए दिन फर्जीवाड़े के मामले भी सामने आते हैं. सेंट्रल जीएसटी विभाग की तरफ से प्रदेश में टैक्स चोरी के सबसे बड़े रैकेट का पर्दाफाश किया गया था. इस मामले में अब तक 1300 करोड़ के फर्जीवाड़े का खुलासा हो चुका है.
टैक्स चोरी करने वाले व्यापारियों को जेल सेंट्रल जीएसटी विभाग के अधिकारियों ने बताया कि फर्जी इनवॉइस के जरिए यह लोग सरकार को करोड़ों का चूना लगा चुके हैं. सीजीएसटी टीम ने इस मामले में दिल्ली, जयपुर भिवाड़ी और अलवर में विभिन्न जगह पर छापामार कार्रवाई करते हुए 4 लोगों को गिरफ्तार किया. इसमें रमेश जैन, संजीव जैन, सुमित दत्ता और भास्कर जांगिड़ शामिल है. चारों लोगों को जीएसटी विशेष न्यायालय जयपुर में पेश किया गया. न्यायालय ने सभी आरोपियों को 2 जनवरी तक ज्यूडिशल कस्टडी में भेज दिया है.
सीजीएससी टीम को छापामार कार्रवाई के दौरान अब तक छह फर्जी फलों का खुलासा हो चुका है. फर्जी आयरन स्टील के कंपनियों के जरिए यह लोग फर्जीवाड़ा कर रहे थे. सीजीएसटी टीम ने बड़ी संख्या में दस्तावेज जब्त किए हैं. जिनकी जांच पड़ताल की जा रही है. सभी आरोपियों से पूछताछ लगातार चल रही है. अब तक पूछताछ में 210 करोड़ रुपए से ज्यादा का फर्जी आईटीसी क्लेम थाने का मामला भी सामने आ चुका है. यह पूरी कार्रवाई अलवर की सीजीएसटी आयुक्त सीपी गोयल के निर्देशन में सीजीएसटी संयुक्त आयुक्त कुलदीप सिंह की टीम द्वारा की गई.
पढे़ंःदिल्ली में अजय माकन से मिले पीसीसी चीफ डोटासरा...25 दिसम्बर से कोटा संभाग के दौरे पर रहेंगे प्रदेश प्रभारी
कुलदीप सिंह ने बताया कि चारों आरोपियों के खिलाफ कई अहम दस्तावेज मिले हैं. जिनकी लगातार जांच पड़ताल चल रही है. यह लोग फर्जी फर्म बनाकर टैक्स की चोरी करते थे. अलवर और भिवाड़ी के अलावा देश के विभिन्न शहरों में इनके कारोबार की जानकारी मिल रही है. लगातार सीजीएसटी टीम के अधिकारी इस पूरे मामले की जांच पड़ताल में जुटे हैं.