अलवर. जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 3000 के बाहर हो चुकी है. जिले में लगातार नए संक्रमित मरीज मिल रहे हैं. कोरोना संक्रमण के मामले में राजस्थान में अलवर पहले स्थान पर चल रहा है. इसका मुख्य कारण है कि अलवर में प्रशासन द्वारा ज्यादा सैंपल की जांच कराई जा रही है. प्रतिदिन 2000 से अधिक सैंपल जांच के लिए लैब में भेजे जा रहे हैं. इसलिए तेजी से संक्रमण के मामले मिल रहे हैं.
अलवर में तेजी से बढ़ रहे कोरोना मरीज गुरुवार को अलवर में 193 मामले सामने आए. इसमें अलवर शहर व भिवाड़ी के मरीजों की संख्या ज्यादा थी. तेजी से बिगड़ते हुए हालातों को देखते हुए जिला कलेक्टर आनंदी ने अलवर के भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में कर्फ्यू लगाया है. 30 जुलाई से शुरू हुआ कर्फ्यू 12 अगस्त तक चलेगा. 14 दिनों तक पुलिस व प्रशासन की तरफ से सख्ती बरती जाएगी.
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लॉकडाउन के पहले दिन गुरुवार को शहर के हालात खराब रहे. सभी जगह पर जाम जैसी समस्या से पुलिस को जूझना पड़ा. शहरी क्षेत्र में प्रवेश के लिए सभी जगह पर बेरिकेटिंग की गई थी. इसके अलावा छोटी बड़ी गली में रास्तों को मिलाकर करीब 70 जगह पर बेरिकेटिंग की गई. बैरिकेडिंग के दौरान किसी को जाने की अनुमति नहीं दी गई. कुछ जगह पर स्वास्थ्य कर्मियों को भी नहीं निकलने दिया गया. ऐसे में कई बार तनाव के हालात नजर आए.
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हालांकि मामले की जानकारी मिलने के बाद पुलिस के आला अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर लोगों को समझाया और नियमों की पालना करने की बात कही. दूसरी तरफ प्रशासन की तरफ से योजना पर इस तरह से काम किया जा रहा है. लॉकडाउन के पहले दिन सभी बाजार सैनिटाइजर किए गए. अग्निशमन की गाड़ी द्वारा शहर की सभी सड़कें सभी बाजार कॉलोनी मोहल्ले सभी में सैनिटाइजेशन का कार्य किया गया.