अलवर. जितेंद्र सिंह राष्ट्रीय महासचिव के साथ असम के प्रभारी हैं. पूरी चुनाव की रणनीति जितेंद्र सिंह ने बनाई है. इसका असर भी नजर आ रहा है. असम के चुनाव में राजस्थान के नेता चुनाव प्रचार करते दिख रहे हैं. साथ ही असम में बसे राजस्थान मूल के लोगों को लुभाने के प्रयास किए जा रहे हैं.
पांच राज्यों में चल रहे चुनाव में सबसे ज्यादा अलवर के लोगों का असम के चुनाव में हस्तक्षेप नजर आ रहा है. अलवर के श्रम मंत्री टीकाराम जूली, रामगढ़ विधायक साथिया खान, अलवर कांग्रेस कार्यकारी जिला अध्यक्ष योगेश मिश्रा, अलवर नगर परिषद सभापति बीना गुप्ता, कांग्रेस के नेता अजय अग्रवाल सहित कई कांग्रेसी के दिग्गज नेता असम में लगातार चुनाव प्रचार की प्रक्रिया में जुटे हुए हैं.
कुछ दिन पहले प्रदेश के श्रम मंत्री और नगर परिषद सभापति बीना गुप्ता चुनाव प्रचार से लौट कर आए हैं. साथ ही अन्य लोग अभी चुनाव प्रचार की प्रक्रिया में लगातार लगे हुए हैं. असम में कांग्रेस सरकार बनाने की पूरी जिम्मेदारी अलवर के जितेंद्र सिंह पर है. जितेंद्र सिंह लगातार पांच माह से असम में चुनाव की तैयारियां कर रहे हैं. महासचिव बनाने के साथ ही जितेंद्र सिंह को असम का प्रभारी बनाया गया.
पढ़ें- असम : शाम 5:30 बजे तक रिकॉर्ड 73.07% मतदान, मोदी-शाह पर कांग्रेस नेता का निशाना
ऐसे में पार्टी की रणनीति बनाने, कार्यक्रम तय करने, स्टार प्रचारकों को चुनाव कार्यक्रम में बुलाने सहित सभी कार्यक्रमों की जिम्मेदारी जितेंद्र सिंह पर है. कांग्रेस नेताओं की सबसे ज्यादा सक्रियता भी असम में नजर आ रही है. राहुल गांधी हो या प्रियंका गांधी कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्री मंत्री लगातार आशा में चुनाव प्रचार कर रहे हैं.
प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा, सचिन पायलट, प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के अलावा कई मंत्री और नेता लगातार चुनाव प्रचार में जुटे हुए हैं. असम में रहने वाले राजस्थान मूल के लोगों को लुभाने के प्रयास जारी हैं. साथ ही केंद्र सरकार की नीतियों के बारे में असम के लोगों को बताया जा रहा है. कांग्रेस नेताओं का कहना है कि असम के लोग केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री के झूठे वादों से ऊब चुके हैं. इसका असर असम चुनाव में नजर आएगा. जनता कांग्रेस के साथ खड़ी है.
जितेंद्र सिंह चुनाव प्रचार के साथ मंदिरों में पूजा करते हुए नजर आ रहे हैं. फिर चाहे राहुल गांधी हो प्रियंका गांधी हो सभी कामाख्या माता के मंदिर में पूजा अर्चना करते हुए दिखे. साथ ही सभी जाति धर्म के लोगों को लुभाने के प्रयास किए गए. असम से लौटे प्रदेश के श्रम मंत्री टीकाराम जूली ने कहा कि केंद्र सरकार केवल लोगों को आपस में लड़ाने का काम कर रही हैं. इसलिए जनता मोदी सरकार व भाजपा की हकीकत समझ चुकी है. इसलिए कांग्रेस की सरकार बनेगी. पहले से ज्यादा सीटें कांग्रेस को मिलेगी. जितेंद्र सिंह ने कहा कि कांग्रेस ने असम की जनता के लिए पांच वादे निर्धारित की है.