अलवर. नगर परिषद में पार्षद और सभापति के बीच विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. पार्षद सभापति पर भ्रष्टाचार के आरोप लगा रहे हैं, तो सभापति की तरफ से पार्षदों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए जा रहे हैं. इन सब के बीच नगर परिषद में कांग्रेस के पार्षद विक्रम यादव ने नगर परिषद सभापति बीना गुप्ता के खिलाफ मानहानि का इस्तगासा सीजीएम कोर्ट में दाखिल किया है.
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पार्षद विक्रम यादव ने बताया कि पिछले महीने 14 फरवरी 2021 को नगर परिषद अलवर की बजट के लिए बोर्ड की मीटिंग हुई थी. बजट बोर्ड की बैठक के अंदर सभापति बीना गुप्ता ने पार्षद विक्रम यादव सहित अन्य दो पार्षदों प्रीतम और अजय मेंठी पर भ्रष्टाचार के आरोप सदन में सबके सामने लगाए थे. सदन में ही पार्षद विक्रम यादव ने सभापति पर गैर जिम्मेदार और अपनी छवि को धूमिल करने के आरोप में सदन में ही सभापति पर मानहानि का दावा पेश करने की बात कही थी.
इसी कड़ी में शनिवार को पार्षद विक्रम यादव ने सभापति पर मानहानि का कोर्ट में इस्तगासा दाखिल किया है. उन्होंने बताया कि इस संबंध में सभापति के आरोपों का खंडन भी किया गया था और वो आरोप सरासर गलत है. सभापति की कार्यशैली पूरी तरह गलत है. उन्होंने सभापति से कहा कि जो आरोप लगाए गए हैं उनके साक्ष्य पेश किए जाए. अब कोर्ट के माध्यम से सभापति के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दर्ज कराया गया है.
दूसरी तरफ इस पूरे मामले पर सभापति बीना गुप्ता ने कहा कि इस संबंध में मुझे अभी तक कोई जानकारी नहीं मिली है. उन्होंने बताया कि कोर्ट में जो इस्तगासा पेश किया गया है, कोर्ट में ही उसका जवाब देंगे. जिस तरह उन्होंने आरोप लगाए हैं उसी तरह हमने भी आरोप लगा दिए. कोर्ट में ही अब इसका जवाब दिया जाएगा.