अलवर.युवा इंजीनियर राहुल शर्मा की मौत को 1 महीने बीत जाने के बाद भी प्रशासन ने दोषियों के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं की. न्याय की आस में मृतक की 3 साल की बेटी अन्वी अपनी मां के साथ अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गई है. पहले दिन ही बिजली कर्मचारियों ने धरना स्थल की लाइन काट दी थी. घना अंधेरा और मच्छरों के बीच परिजनों ने रात गुजारी.
पढ़ेंःपिता को न्याय दिलवाने के लिए 3 साल की बेटी बैठी धरने पर, परिवार हो रहा परेशान, प्रशासन कर रहा लापरवाही
बुधवार को धरना स्थल पर परिजनों से मिलने रामगढ़ के पूर्व विधायक और भाजपा के वरिष्ठ नेता ज्ञानदेव आहूजा पहुंचे. आहूजा ने परिजनों को जल्द न्याय दिलाने की बात कही. आहूजा ने राहुल की मौत को अप्रत्यक्ष हत्या का नाम दिया.
पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे ज्ञानदेव आहूजा पूर्व विधायक आहूजा ने कहा युवा इंजीनियर राहुल शर्मा की अप्रत्यक्ष रूप से हत्या हुई है. निजी अस्पताल में उनका इलाज चला, वहां से जयपुर रेफर किए गए. सरकारी अस्पताल की एंबुलेंस से जयपुर ले जाया गया, लेकिन रास्ते में एंबुलेंस में ऑक्सीजन खत्म होने से उनकी मौत हो गई. यह साफ है कि सिस्टम की लापरवाही के कारण उनकी मौत हुई है. इस लापरवाही के जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई की जाए.
इंजीनियर राहुल शर्मा की पत्नी और बेटी धरना स्थल से ही ज्ञानदेव आहूजा मे ने जिला कलेक्टर से फोन पर बात की. उन्होंने कलेक्टर से कहा यह परिवार भीषण गर्मी में बैठा हुआ है. कर्मचारियों ने बिजली की लाइन तक काट दी इस परिवार को न्याय मिलना चाहिए.
पढ़ेंःकोरोना संक्रमित इंजीनियर की मौत मामले में केस दर्ज, परिजनों का पुलिस पर निजी अस्पताल के संचालक का नाम एफआईआर से हटाने का आरोप
इंजीनियर राहुल शर्मा की मौत 22 मई को हुई थी. लगभग 1 महीने बीत जाने और जांच रिपोर्ट में दोषियों का नाम आने के बाद भी जिला प्रशासन की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई. जिसके चलते पीड़ि परिवार शहर के शहीद स्मारक पर न्याय की आस में धरने पर बैठा है.