बहरोड़: कुख्यात बदमाश विक्रम उर्फ़ पपला हवालात कांड (Gangster Papla Gurjar ) में पुलिस महकमे की काफी किरकिरी हुई थी. इसे महकमे की भारी चूक माना गया. अब इस मामले में पुलिस थाने के हेड मोरियर और संतरी को पुलिस सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है.
अलवर: बहरोड़ पपला हवालात कांड में पुलिस महकमे के कर्मचारियों पर गिरी गाज, हेड मोरियर और संतरी बर्खास्त
बहरोड़ पपला हवालात कांड (Gangster Papla Gurjar ) में पुलिस महकमे के दो कर्मचारियों को दोषी पाया गया है. इसे पुलिस की बड़ी चूक माना गया. त्वरित कार्रवाई करते हुए तब पूरे थाने को लाइन हाजिर कर दिया गया था. अब इस मामले में हेड मोरियर और संतरी को बर्खास्त कर दिया गया है.
भिवाडी पुलिस अधीक्षक राममूर्ति जोशी ने बताया कि 6 सितंबर 2019 को बहरोड पुलिस (Behror Police Station ) ने हरियाणा के मोस्ट वांटेड विक्रम उर्फ पपला को करीब 32 लाख रुपये की राशि के साथ गिरफ्तार किया था . लेकिन अगली सुबह पपला के साथियों के द्वारा पुलिस थाने पर फायरिंग कर पपला को छुड़ा कर ले गए थे . जिस पर तत्कालीन थाना प्रभारी रहे सुगन सिंह , दो सिपाही विजय पाल सिंह व रामवतार को बर्खास्त कर दिया गया था. वहीं पूरा थाना लाइन हाजिर कर दिया गया था . पुलिस जांच में अब घटना के दौरान मौजूद रहे हेड मोरियर सुनील कुमार और संतरी कृष्ण कुमार को भी बर्खास्त कर दिया गया है.
गौरतलब है कि राजस्थान पुलिस के द्वारा विक्रम उर्फ पपला और उसकी महिला मित्र को महाराष्ट्र के कोल्हापुर से गिरफ्तार किया गया था. पुलिस इस मामले में अब तक 32 बदमाशों को गिरफ्तार कर चुकी है.