अलवर.हमेशा विवादों में रहने वाली अलवर सरस डेयरी उसके चेयरमैन बन्नाराम मीणा एक बार फिर से चर्चा में हैं. दरअसल, बीते दिनों बन्ना राम मीणा को कोऑपरेटिव रजिस्टार ने बर्खास्त करते हुए उनके कामकाज पर रोक लगा दी थी. इस पर बन्नाराम मीणा न्यायालय में गए. हाईकोर्ट के आदेश पर एक बार फिर से चौथी बार बन्नाराम मीणा ने बुधवार को दिल्ली में चेयरमैन का कार्यभार ग्रहण किया.
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अलवर सरस डेयरी के चेयरमैन बन्नाराम मीणा पर कई बार भ्रष्टाचार के आरोप लग चुके हैं. कर्मचारियों की भर्ती, दूध लाने ले जाने के लिए वाहन लगाने, लोगों को हटाकर पैसे लेकर वापस नौकरी पर रखने सहित कई तरह के मामले अलवर सरस डेयरी में सामने आ चुके हैं.
बन्नाराम मीणा चौथी बार बने अलवर सरस डेयरी के अध्यक्ष वहीं, राजस्थान में अलवर सरस डेयरी का दूध अलवर के अलावा दिल्ली एनसीआर में सप्लाई होता है. अलवर सरस डेयरी का दूध गुणवत्ता में बेहतर होता है. ऐसे में इस दूध की डिमांड खांसी ज्यादा है. अलवर सरस डेयरी में दूध के अलावा की पनीर मक्खन दही श्रीखंड छाछ लस्सी सहित कई तरह के प्रोडक्ट बनाए जाते हैं. अलवर डेयरी का घी जयपुर व अन्य डेयरी से बेहतर है, इसलिए इसकी डिमांड भी ज्यादा रहती है. अलवर सरस डेयरी डेढ़ से दो लाख लीटर दूध सप्लाई करती है. 26 नवंबर को कोऑपरेटिव रजिस्टार ने बन्नाराम मीणा को एक आदेश जारी करते हुए उनके कामकाज पर रोक लगाई. दरअसल, बन्नाराम मीणा का कार्यकाल सितंबर 2020 में समाप्त हो चुका है, जिसके बाद बन्ना राम मीणा न्यायालय में गए. राजस्थान हाईकोर्ट के आदेश पर बन्ना राम ने बुधवार को चौथी बार अलवर सरस डेयरी में अध्यक्ष पद पर कार्यभार ग्रहण किया है.
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बन्नाराम मीणा ने कहा कि राजनीतिक उठापटक के चलते हर बार उनके ऊपर आरोप लगे हैं, लेकिन न्यायालय से सभी आरोप में वो बरी हो चुके हैं और हर बार उनकी जीत हुई है. किसान और डेयरी दूध समिति उनके साथ हैं. इसलिए वो नए जोश से कार्यभार ग्रहण करते हैं. न्यायालय ने अब आगामी चेयरमैन के चुनाव तक उनको चेयरमैन बने रहने के आदेश दिए हैं. एक सवाल के जवाब में बन्ना राम मीणा ने कहा कि 2-3 महीने तक अभी चुनाव नहीं होंगे, क्योंकि सरकार की तरफ से चुनाव और डेयरी प्रशासन की गाइडलाइंस के साथ ही नियमों में बदलाव किए जा रहे हैं. इसलिए इसमें खासा समय लग सकता है. इस समय कोरोना का प्रभाव चल रहा है. ऐसे में प्रशासन भी चुनाव कराने के लिए तैयार नहीं है.