अलवर.देशभर में चौथे दौर का लॉकडाउन जारी है. लॉकडाउन के चलते टूरिज्म और होटल इंडस्ट्री पर काफी बुरा असर पड़ा है. बात करे पूरे राजस्थान की तो यहां हर साल लाखों पर्यटक आते हैं. लेकिन, कोरोना के बढ़ते मामले और लॉकडाउन की वजह से पूरे प्रदेश में होने वाला पर्यटन व्यवसाय ठप्प पड़ चुका है. अलवर सहित पूरे राजस्थान में पर्यटकों की संख्या काफी ज्यादा रहती है.
लॉकडाउन में होटल और टूरिज्म व्यवसाय हुआ चौपट सिर्फ सरिस्का में दो लाख पर्यटक
ऐसे में एक बड़ा हिस्सा टूरिज्म व्यवसाय से जुड़ा हुआ है. लेकिन, अब एक भी पर्यटक यहां नहीं आते. ऐसे में इस व्यवसाय से जुड़े लोगों पर रोजी-रोटी का संकट मंडरा रहा है. अलवर में 200 से अधिक छोटे-बड़े होटल, रिसोर्ट और फोर्ट हैं. अलवर में हर साल 10 लाख से अधिक पर्यटक आते हैं. अकेले सरिस्का में घूमने के लिए डेढ़ से दो लाख पर्यटक पहुंचते हैं. अलवर सहित पूरा प्रदेश टूरिज्म व्यवसाय से जुड़ा हुआ है.
इस व्यवसाय से हजारों परिवारों के लाखों लोग जुड़े हुए हैं, जो पूरी तरह से इस पर निर्भर हैं. लेकिन, इस वक्त उन्हें भी काफी आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. लॉकडाउन के दौरान यह काम पूरे तरीके से ठप्प हो चुका है. आने वाले कुछ महीने तक हालात सामान्य होने की उम्मीद नहीं है. कामकाज ठप्प होने के कारण लाखों का नुकसान हो रहा है.
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ईटीवी भारत की टीम ने होटल व्यवसायियों से बातचीत की तो उन्होंने कहा कि हालात काफी खराब हो चुके हैं. ऐसे में सभी को सरकार की मदद का इंतजार है. उन्होंने कहा की सरकार के राहत पैकेज में होटल और टूरिज्म इंडस्ट्री को मदद मिलने की उम्मीद थी. लेकिन, अब वो उम्मीद भी टूट चुकी है. ऐसे में सरकार को जल्द ही कोई कदम उठाना होगा, नहीं तो हालात ज्यादा खराब हो सकते हैं.