अलवर.भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने अलवर नगर परिषद सभापति बीना गुप्ता और उसके बेटे कुलदीप को 80 हजार रुपए रिश्वत (corruption case in alwar) के लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया था. दोनों को एसीबी न्यायालय ने जेल भेज दिया था.
मंगलवार को एसीबी की टीम ने बीना गुप्ता और कुलदीप को फिर से अलवर की एसीबी विशेष न्यायालय में पेश किया. न्यायाधीश ने दोनों को 20 दिसंबर तक न्याय अभिरक्षा में भेज दिया है. बिना गुप्ता के वकील ने अपना पक्ष रखा, तो वहीं एसीबी की तरफ से सरकारी वकील ने पक्ष रखा.
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सरकार की ओर से अभी तक नगर परिषद सभापति बिना गुप्ता को निष्कासित नहीं किया गया है. कांग्रेस सरकार सभापति का बचाव कर रही है. जबकि मामले को लेकर विपक्ष सरकार को घेरने में लगा है. भाजपा की तरफ से कई गंभीर आरोप सरकार पर लगाए गए हैं.
अलवर में नए सभापति के लिए पार्षद और नेताओं ने जोड़-तोड़ की प्रक्रिया भी शुरू की लेकिन, सभापति का निष्कासन नहीं होने के कारण अभी तक आगे की प्रक्रिया रुकी हुई है. दूसरी तरफ एसीबी की टीम मामले की जांच पड़ताल कर रही है. एसीबी की तरफ से मामले में को लेकर कई पक्ष न्यायालय में रखे गए हैं.