अलवर. जिले में लॉकडाउन का पूरी तरह से असर नजर आ रहा है. जिले के बाजार, सड़कें सुनसान और खाली हैं. सभी जगह पर पुलिसकर्मी तैनात है. सुबह 6 बजे से पुलिसकर्मियों ने अपना मोर्चा संभाला हुआ है. वहीं प्रशासन ने इस दौरान इमरजेंसी सेवाओं को छूट दी है.
लॅाकडाउन के कारण सड़कें वीरान प्रदेश में कोरोना के बढ़ते हुए प्रभाव को देखते हुए राज्य सरकार की तरफ से प्रदेश को लॅाकडाउन करने के आदेश दिए गए हैं. रविवार से अलवर आगामी दिनों के लिए पूरी तरह से लॉकडाउन कर दिया गया है. जिले की सड़कें सूनी और खाली नजर आ रही हैं. शहर के अलावा ग्रामीण क्षेत्र भी पूरी तरह से बंद है. सभी विधानसभाओं में SDM, थानाधिकारी, डिप्टी एसपी सहित अन्य को तैनात किया गया है. सरकार के आदेशों की पालना कराने में सभी लोग लगे हुए हैं. सुबह 6 बजे से पुलिसकर्मियों ने अपना मोर्चा संभाला हुआ है. वहीं मौके पर पुलिसकर्मियों को नाश्ता, खाना और चाय जैसी जरूरी चीजें उपलब्ध कराई जा रही है.
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बता दें कि जिले में अभी तक कोरोना वायरस का एक भी पॉजिटिव मरीज नहीं मिला है. इसलिए सरकार पूरी तरह से प्रयास कर रही है कि आने वाले दिनों में भी मरीजों की संख्या नहीं बढ़े. जिले के चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात है. प्रशासन की तरफ से इमरजेंसी सेवाओं को छूट दी गई है. आपातकालीन सेवा, मेडिकल स्टोर, अस्पताल, नगर परिषद और विद्युत सहित कुछ चीजों को छूट दी गई है. इसके अलावा राशन की दुकानें में परचून की दुकानें भी मोहल्लों में खुली हुई है. प्रशासन की तरफ से इमरजेंसी सेवाओं को छूट दी गई है और अस्पताल आने-जाने वाले लोगों को जाने दिया जा रहा है.
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जबकि अन्य सड़कों पर आने वाले लोगों को समझाइश कर वापस घर भेजा जा रहा है. जिले की सीमाओं को प्रशासन ने पूरी तरीके से सील कर दिया है. जिले में आने वाले और जिले से बाहर जाने वाले प्रत्येक व्यक्ति की जानकारी और वाहन की डिटेल रजिस्टर में दर्ज की जा रही है.