अलवर. जिले में सोमवार को एक अनोखी शव यात्रा निकली. यह शव यात्रा किसी मानव कि नहीं बल्कि हमारे सिस्टम की थी. न्यायालय से फैसला होने के बाद भी एक फैक्ट्री में काम करने वाले श्रमिकों को अभी तक न्याय नहीं मिला है.
ऐसे में अलवर के एमआईए औद्योगिक क्षेत्र स्थित मॉर्डन सूटिंग फैक्ट्री में काम करने वाले कर्मचारी ने न्याय के लिए सिस्टम के खिलाफ शव यात्रा निकाली. इस शव यात्रा को सभी ने रुक कर देखा. शव यात्रा के दौरान श्रमिक अपनी पीड़ा भी लगातार बयां कर कर लोगों को बता रहा था.
अलवर में श्रमिक ने निकाली सिस्टम की शव यात्रा श्रमिक निरंजन सिंह ने बताया कि फैक्ट्री पर उसका 5 लाख रुपया बकाया था. इसमें वेतन वर्मा होने वाली कटौती की राशि शामिल थी. फैक्ट्री के बंद होने के बाद कोई भी मदद नहीं मिलने से परेशान निरंजन ने न्यायालय का सहारा लिया. न्यायालय में केस का फैसला निरंजन के पक्ष में रहा. ये राशि ब्याज सहित लौटाने के न्यायालय के आदेश के बावजूद उसे पैसा नहीं मिला. जिसके बाद निरंजन ने सभी जिम्मेदार सरकारी अधिकारियों और मंत्रियों को इस संबंध में शिकायत और अपनी समस्या से अवगत कराया. लेकिन उसके बाद भी किसी ने उसकी समस्या पर ध्यान नहीं दिया. उल्टा श्रम विभाग के कर्मचारियों ने कहा कि तुम्हें न्याय नहीं मिलेगा.
न्यायालय का फैसला आने के बाद शुरुआत में श्रम विभाग से एक नोटिस मॉडर्न शूटिंग कंपनी को भेजा गया व दूसरी कंपनी को जिसने मॉडर्न शूटिंग खरीदी है. मॉडर्न शूटिंग ने अपने जवाब में कहा कि वो बिक चुकी है. जबकि दूसरी कंपनी ने कहा कि मॉडर्न शूटिंग में इनकी सेव आई थी. सभी श्रमिकों का पैसा दिया जा चुका है. निरंजन ने कहा कि इस संबंध में कई बार श्रम मंत्री से शिकायत कर चुके हैं. हर बार श्रम मंत्री केवल झूठा आश्वासन देते हैं. लेकिन अभी तक उसको पैसा नहीं मिला है. जिसके बाद मजबूरी में निरंजन ने न्याय की शव यात्रा निकाली.
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उसने कहा कि यह शव यात्रा इसलिए निकाली है ताकि सरकार को मेरा दर्द समझ आए. उसे न्याय नहीं मिला तो परिवार सड़क पर आएगा. आत्महत्या को भी मजबूर हो सकते हैं. ऐसे में पूरी जिम्मेदारी प्रशासन और सरकार की होगी. उसने कहा कि मैं किराए के मकान में रहता हूं. जल्दी पैसा नहीं मिला तो पूरा परिवार सड़क पर आ जाएगा. निरंजन ने शव यात्रा के दौरान अपनी पीड़ा स्लोगन और लोगों को बोलकर बताई.
निरंजन ने कहा कि मैं आज बेबस और लाचार हूं. चारों तरफ भ्रष्टाचार का राज है और भ्रष्टाचार, सत्य मर चुका है. लोग रास्ते में रुक कर निरंजन की शव यात्रा को देखते हुए नजर आए. यह शव यात्रा शहर में चर्चा का विषय बनी रही. शव यात्रा के दौरान अलग अलग बर्तन में सामान रखे हुए थे.