रामगढ़ (अलवर). तालुका विधिक सेवा समिति रामगढ़ की ओर से तहसील रंगमंच पर न्यायिक मजिस्ट्रेट श्रवण कुमार मीणा के सानिध्य में संविधान दिवस मनाया गया. इस अवसर पर सर्वप्रथम मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर व पुष्प अर्पित कर कार्यक्रम की शुरुआत की गई. भारत सरकार और राजस्थान सरकार द्वारा इस दिन को खास बनाने के लिए बाबा भीमराव अम्बेडकर के जन्मदिन 14 अप्रैल तक अनेक कार्यक्रम चलाए जाएंगे
रामगढ़ में धूमधाम से मनाया गया संविधान दिवस न्यायिक मजिस्ट्रेट श्रवण कुमार मीणा ने कार्यक्रम में मौजूद राजकीय विद्यालय के छात्र छात्राओं को विधिक जानकारी देते हुए संविधान निर्माता बाबा भीमराव अंबेडकर के बारे में बताया. इसके साथ ही न्यायालय के सहायक नाजिर जितेश जैन द्वारा अपने उद्बोधन में जनता जनार्दन को संविधान और मूल कर्तव्य की जानकारी दी. इस मौके पर नायब तहसीलदार मांगीलाल मीणा, एडवोकेट राकेश यादव, रोहतास सैनी, राजकुमार यादव, दिलीप चौधरी एडवोकेट सहित अनेक गणमान्य लोग मौजूद रहे.
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सांचौर में 70वें संविधान दिवस पर डॉ. भीमराव अंबेडकर को याद किया गया. अखिल भारतीय आदिवासी भील महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नरसिंग पढ़ियार ने भीमराव अम्बेडकर के तस्वीर पर माल्यार्पण कर उन्हें संविधान निर्माता के रूप मे याद किया. सांचौर मे 70वें संविधान दिवस पर मंगलवार को अंबेडकर वादी संगठन ने भीमराव अंबेडकर को याद करते हुए उनकी तस्वीर पर माल्यार्पण किया.
सांचौर में भी किया गया बाबा साहब को याद अखिल भारतीय आदिवासी भील महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नरसिंग पढ़ियार ने ईटीवी भारत से बात करते कहां कि अगर अंबेडकर साहब सविंधान नहीं बनाते और न ही अगर दलित वर्ग ओर ओबीसी वर्ग को कोई अधिकार देते तो आज भी ब्रिटिश सरकार की तरह हमारा शोषण होता है. संविधान निर्माता अंबेडकर साहब को आज देश दूनिया मानती है. भारत का संविधान सबसे पवित्र ओर बड़ा सविंधान है, जिसमें सभी वर्गों का ध्यान रखा गया है. पढ़ियार ने बताया कि हम आने वाले वर्ष मे सांचौर मे संविधान दिवस पर बड़े कार्यक्रम आयोजित करवाए जाएंगे.