अलवर.शादी के बाद सभी के जीवन में एक बार माता-पिता बनने की चाहत होती है, लेकिन देश सेवा के लिए अपना जीवन लगाने वाले झुंझुनू के पूर्व सैनिक गोपीचंद को यह सोचने का मौका ही नहीं मिला. सेना में भर्ती होने के बाद बांग्लादेश के युद्ध में जाने का मौका मिला तो एक पल भी पीछे मुड़कर नहीं देखा. एक के बाद एक देश की बड़ी चुनौतियों का सामना किया. सेना से रिटायर होने के बाद गोपीचंद को पिता बनने की चाहत थी. यह चाहत 75 साल की उम्र में पूरी (Old Age Pregnancy Case) हुई है.
75 साल की उम्र में आईवीएफ तकनीक के माध्यम से गोपीचंद पिता (Ex serviceman became father at age of 75) बने हैं. ऐसे में उनकी खुशी का ठिकाना नहीं है. शादी के 54 साल बाद (Baby Birth After 54 Years Of Marriage) घर में बच्चे की किलकारियां गूंजी है. सब तरफ खुशी का माहौल है. बता दें, सोमवार को बुजुर्ग दंपती के घर में किलकारी गूंजी है. गोपीचंद की पत्नी की उम्र 70 साल है. शादी के 54 साल बाद अब दोनों को माता-पिता बनने का सौभाग्य मिला है.
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गोपीचंद ने कहा कि 75 साल की उम्र में संतान का सुख (Ex serviceman became father at age of 75) मिला है. इससे बड़ी खुशी जीवन में कुछ नहीं हो सकती है. उन्होंने कहा कि बांग्लादेश के साथ हुए युद्ध में पैर में गोली लगी थी. 1983 में सेना से रिटायर हो गया. उन्होंने बताया कि 1968 से ही संतान का इंतजार था. संतान होने से परिवार के लोग भी खासे खुश नजर आ रहे हैं. सेना से सेवानिवृत्त होने के बाद पत्नी की डॉक्टरों के जांच करवाई, लेकिन सभी जगह से निराशा हाथ लगी. इसी बीच किसी ने आईवीएफ तकनीक के बारे में जानकारी दी.
पूर्व सैनिक गोपीचंद ने बताया कि अलवर में यहां डॉक्टर से संपर्क किया और उसके बाद आगे की इलाज प्रक्रिया शुरू हुई. 8 अगस्त को अलवर के 60 फीट रोड स्थित एक निजी हॉस्पिटल में 70 साल की चंद्रवती ने पुत्र को जन्म दिया है. बच्चे का वजन करीब पौने 3 किलो है. डॉक्टर ने कहा कि बच्चा पूरी तरह से स्वस्थ है.