अलवर.कोरोना के खतरे को कम करने के लिए एक तरफ जहां लोग वैक्सीनेशन करवा रहे हैं. वहीं दूसरी ओर ग्रामीण परिवेश कुछ ऐसे भी लोग हैं, जो चाहकर भी वैक्सीन नहीं लगवा पा रहे हैं. जिला प्रशासन ने 18 से 44 आयु वर्ग के लोगों के लिए ऑनलाइन ओपन स्लॉट बुक करा वैक्सीनेशन कराने के नियम रखे है. जिस कारण शिक्षित और एंड्राइड मोबाइल रखने वाले लोग ही वैक्सीनेशन का फायदा उठा पा रहे हैं.
अलवर के गांवों में ऑफलाइन लगेगी वैक्सीन गांव में रहने वाले अशिक्षित वो लोग जिनके पास एंड्रॉयड मोबाइल नहीं है, वह कोरोना से बचाव के लिए जरूरी वैक्सीन नहीं लगवा पा रहे है. लोगों की इन्हीं समस्याओं को ध्यान में रखते हुए अब गांव में पीएचसी और सीएचसी स्तर पर ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन की ओर से वैक्सीन लगाई जाएगी. इसके अलावा बाहर से आने वाले लोगों और अन्य राज्यों जैसे यूपी दिल्ली हरियाणा से आने वाले लोगों को अब वैक्सीनेशन सेंटर पर वैक्सीन नहीं लगेगी.
आरसीएचओ अरविंद गेट ने बताया कि 18 से 44 आयु वर्ग के लोगों को वैक्सीन लगवाने के लिए ऑनलाइन ओपन स्लॉट बुक करना पड़ता था. गांव में एंड्रॉयड मोबाइल की कमी और कमजोर नेटवर्क सहित अशिक्षा के चलते ग्रामीण परिवेश के लोग वैक्सीनेशन कम करवा पा रहे थे, जबकि अन्य राज्यों से आने वाले लोग वह शहरी क्षेत्रों के लोगों की ओर से ग्रामीण इलाकों में स्लॉट बुक कर रजिस्ट्रेशन करवाया जा रहा था. जिससे ग्रामीण इलाकों में वैक्सीनेशन का स्तर कम रह गया था.
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जिसके चलते अब ग्रामीण स्तरों पर सम्बंधित पीएचसी और सीएचसी में पहचान पत्र के साथ ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन करा वैक्सीनेशन का कार्य किया जा सकेगा. इसके लिए वैक्सीनेशन के लिए अब ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की जरूरत नहीं पड़ेगी. अरविंद गेट ने बताया नर्सिंग स्टाफ को अन्य गांवों और राज्यों से आने वाले लोगों को भी वैक्सीन नहीं लगाने के लिए निर्देशित किया गया है.