अजमेर. गर्मी का सीजन शुरू हो गया है, वहीं पेयजल की खपत भी बढ़ गई है. अजमेर शहर के निकट गांव गोडियावास, भूडोल, नोलखा गांव सहित आधा दर्जन गांव में पेयजल सप्लाई पिछले दो माह में नहीं हो रही है. जिसके बाद शुक्रवार को जिला परिषद सदस्य श्रवण सिंह रावत के नेतृत्व में ग्रामीणों ने जिला मुख्यालय पहुंचकर प्रशासन से पेयजल समस्या का निराकरण करने और अवैध कनेक्शन लेने वाले लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है.
पेयजल समस्या से ग्रामीण परेशान प्रदर्शन में शामिल महिलाओं ने बताया कि पानी की समस्या को लेकर काफी परेशानी हो रही है, दूरदराज से टैंकरों से पानी मंगाना पड़ रहा है. वहीं गरीब तबके के लोग कुएं और हैडपंप का फ्लोराइड युक्त पानी पीने को मजबूर है. एक ग्रामीण ने बताया कि मुख्य पाइप लाइन में अवैध कनेक्शन करके कुछ लोगों ने पानी का उपयोग खेती में कर रहे हैं.
उन्होंने बताया कि पेयजल के लिए 1000 रुपए पानी के टैंक के लगते हैं. ग्रामीण पानी की समस्या को लेकर काफी परेशान हो चुके हैं, कई बार अधिकारियों को शिकायतें की जा चुकी है, लेकिन अवैध कनेक्शन लिए बैठे लोगों के खिलाफ अधिकारी कोई कार्रवाई नहीं करते हैं. एक ग्रामीण ने बताया कि अवैध कनेक्शन लेने पर जेल का प्रावधान है.
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बावजूद इसके अवैध कनेक्शन लेने वालों को कोई डर नहीं है. ग्रामीणों ने मांग की है कि जब तक पेयजल समस्या का निराकरण पाइप लाइन से नहीं हो जाता है, तब तक ग्रामीणों के लिए पीएचईडी विभाग टैंकरों से पानी टंकी में डलवा कर किल्लत दूर करें. उसके अलावा दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए. साथ ही हर ग्राम पंचायत में 33 हेड पंप खुदवाये जाएं.