राजस्थान

rajasthan

ETV Bharat / city

अजमेर: बीएस-6 मॉडल के खरीदे जाएंगे वाहन, निगम में कचरा परिवहन और सीवरेज काम में आएंगे वाहन - vehicles will be used for sewerage work in Ajmer

अजमेर में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत नगर निगम में कचरा-परिवहन-सीवरेज और अन्य कार्यों के लिए अधिकांश बीएस-6 वाहनों की खरीद की जाएगी. 5.27 करोड़ की लागत से 23 वाहनों की खरीद की जाएगी.

बीएस-6 मॉडल के वाहन,ajmer news
बीएस-6 मॉडल के खरीदे जाएंगे वाहन

By

Published : Feb 21, 2021, 7:57 PM IST

अजमेर. स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत नगर निगम में कचरा-परिवहन-सीवरेज और अन्य कार्यों के लिए अधिकांश बीएस-6 वाहनों की खरीद की जाएगी. 5.27 करोड़ की लागत से 23 वाहनों की खरीद की जाएगी. नगर निगम के लिए 23 वाहनों की खरीद के लिए कार्यादेश जारी कर दिए गए हैं. निगम क्षेत्र में कूड़ा निस्तारण, नालों की सफाई के साथ सीवरेज कार्य के लिए वाहन खरीदे जा रहे हैं.

यह भी पढ़े:पिता ने पहले पुत्र और पुत्री को कुंए में फेंका, फिर खुद भी कूदकर दे दी जान

प्रमुख रूप से 108 लाख की लागत से 4 डम्पर ( 8 से 10 टन क्षमता ), 62 लाख रूपये की लागत से दो एक्यूवेटर, 25 लाख की लागत से 5 ट्रेक्टर, 39 लाख की लागत से 3 डम्पर ( 3 से 5 टन क्षमता ), 14 लाख की लागत से जानवरों के लिए एक एम्बूलेंस, 18 लाख की लागत से 4 हजार लीटर क्षमता की गुल्ली एम्टायर, 16 लाख लागत से काऊ कैचर, फायर फाइटिंग व्हीकल ( चार हजार क्षमता ) का एक वाहन जिसकी कीमत 44.60 लाख है. इसी के साथ 6 हजार लीटर क्षमता के दो वाहन जिसकी कीमत 93.20 लाख रूपए, 9 लाख रूपए लागत से एक फायर रेस्क्यू जीप, 73 लाख की लागत से एक पोकलेन मशीन, 10 लाख की लागत से एक पिकअप जीप की खरीद की जाएगी.

यह भी पढ़े:अजमेर दरगाह शरीफ में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की तरफ से चादर पेश, किसानों के लिए मांगी ये मन्नत

वातावरण को प्रदूषण मुक्त रखने के लिए अधिकांश नये वाहन बीएस-6 मॉडल के खरीदे जाएंगे. निगम के लिए वाहनों की खरीद के पश्चात कामकाज को गति मिलेगी. नालों की सफाई हो या फिर कचरा उठाना हो तय समय सीमा में कार्य पूरा किया जा सकेगा. मानसून के दौरान नालों की सफाई के लिए पोकलेन मददगार होगी. घनी आबादी क्षेत्र में आगजनी की घटनाओं पर काबू पाने के लिए फायर फाइटिंग व्हीकल कारगर साबित होंगे. सड़कों पर घायल लावारिस जनवरों के उपचार के लिए एंबूलेंस उपयोग में लाई जा सकेगी. ताकि घायल जानवर का समय पर उपचार संभव हो सकेगा.

ABOUT THE AUTHOR

...view details