अजमेर. केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत आज अजमेर दौरे पर हैं. बुधवार को शेखावत ने काकरदा भूणाबाय में स्थित नवनिर्मित भाजपा कार्यालय का उद्घाटन (BJP office inaugurated in Ajmer) किया. समारोह को संबोधित करते हुए शेखावत ने सीएम अशोक गहलोत पर जमकर निशाना (Shekhawat on CM Gehlot) साधा. उन्होंने कहा कि सीएम अशोक गहलोत आत्म मुग्ध बीमारी से ग्रस्त हैं. राजस्थान को अराजकता की ओर सीएम गहलोत ने धकेला है. उनके लोग बेलगाम हो गए हैं. राजस्थान की जनता गहलोत सरकार से मुक्ति पाने की राह देख रही है.
शेखावत ने कहा कि गहलोत ने केंद्र सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का लागू नहीं कर प्रदेश की जनता से छल किया है. उन्होंने कहा कि केंद्र की आयुष्मान भारत योजना, किसान सम्मान निधि योजना को ढाई वर्ष तक गहलोत ने लागू नहीं होने दिया. आयुष्मान भारत का ढाई वर्ष तक लोगों को लाभ नहीं मिला. इस काल खंड में कई लोगों को इलाज के अभाव में अपनी जान गंवानी पड़ी. किसान निधि का करोड़ों रुपया किसानों को नहीं मिला. कोरोना काल में गहलोत ने केवल अपनी पीठ थपथपाने का कार्य किया है. गहलोत सरकार के कोरोना कुप्रबंधन से प्रदेश में लाखों लोगों की जान गई है. शेखावत ने कहा कि गहलोत आत्म मुग्ध बीमारी से ग्रसित हैं.
पढ़ें- उच्च स्तरीय बैठक से पहले भाजपा की राजस्थान इकाई की एक डिमांड! क्या मोदी सरकार करेगी अमल ?
भारतीय हिन्दू नववर्ष के अवसर पर करौली में निकाले गए जुलूस में पथराव हुआ और इसके बाद जो कार्रवाई हुई उस कार्रवाई पर गहलोत उसी बीमारी के कारण अपनी पीठ थपथपा रहे थे. उन्होंने कहा कि जोधपुर, भरतपुर और भीलवाड़ा में ऐसी घटनाए हुई है. आज पूरा भीलवाड़ा घटना के विरोध में बंद है. यह इस बात का परिचायक है कि गहलोत ने आत्म मुग्धता के भाव में अराजक तत्वों के हवाले राजस्थान को किया है. गहलोत सरकार के मंत्री, विधायक और उनके परिवार के लोग बेलगाम हुए हैं. उन्होंने कहा कि गहलोत की कार्यशैली से राजस्थान त्रस्त और दुखी है. राजस्थान की जनता गहलोत सरकार से मुक्ति पाने का इंतजार कर रही है.
शेखावत ने कहा कि 1877 में देश में अकाल पड़ा था, उस वक्त देश में भारी भुखमरी थी. लोग भुखमरी के चलते पलायन करने को मजबूर थे. उस वक्त देश गुलाम था. गुलाम भारत का वायसराय लार्ड लिटीन था. उस समय क्वीन विक्टोरिया भारत आने वाली थी, तब उनके स्वागत के लिए करोड़ों रुपया खर्च किया गया. तब अंग्रेज भारत की विकट परिस्थितियों को दरकिनार कर महारानी का स्वागत सत्कार में लगे हुए थे. उसी तरह के हालात राजस्थान में हैं.
शेखावत ने कहा कि राजस्थान दंगों में जल रहा है. लोग पानी से त्रस्त हैं. प्रदेश के बड़े भू-भाग में पेयजल की विकट समस्या है. नौजवान बैरोजगारी से त्रस्त है. लेकिन राजस्थान सरकार का इस ओर ध्यान नहीं है. कांग्रेस की महारानी उदयपुर आ रही हैं, इसलिए गहलोत उनके स्वागत के लिए लगे हुए हैं. इतिहास अपने आप को दोहरा रहा है.