अजमेर.शहर में बीते दिनों नशीली दवाओं का एक बड़ा जखीरा पकड़ने में पुलिस टीम को कामयाबी हासिल हुई थी. मामले में पुलिस मास्टरमाइंड श्यामसुंदर मूंदड़ा की तलाश कर रही है. इसके लिए पुलिस की ओर से मूंदड़ा के सभी संभावित ठिकानों पर दबिश देकर तलाश की जा रही है.
अजमेर में नकली दवाई मामला अजमेर पुलिस ने मूंदड़ा के दो ठिकानों पर छापा मारते हुए 3 लोगों को हिरासत में लिया है. रामगंज थाना पुलिस और अलवर गेट थाना पुलिस की ओर से की गई संयुक्त कार्रवाई में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. मामले में पुलिस ने दोनों जगहों से करीब 110 से ज्यादा नशीली दवाओं के कार्टन बरामद किए हैं. आरोपी कमलेश मुकेश और उसके साथियों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी गई है.
पढ़ें:अजमेर: किशनगढ़ में 260 किलो अवैध डोडा पोस्त बरामद, ट्रक चालक गिरफ्तार
बता दें कि पुलिस इन दवाओं की जांच कर रही है. जिसके बाद ड्रग इंस्पेक्टर को इसकी सूचना देकर यह मालूम किया जाएगा कि यह दवाएं किस लिए काम में ली जाती हैं. इसके पहले जब तक मास्टरमाइंड श्यामसुंदर मूंदड़ा का पता नहीं चल जाता. तब तक अजमेर पुलिस प्रशासन का कोई भी अधिकारी इस मामले में आधिकारिक बयान देने की हालत में नहीं है.
पुलिस ने पकड़ा था सवा 5 करोड़ की नशीली दवाओं का जखीरा
बीते दिनों अजमेर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए स्पेशल टीम की सूचना के आधार पर रामगंज के ट्रांसपोर्ट नगर स्थित एक गोदाम में छापा मारकर सवा 5 करोड़ की कीमत वाली नशीली दवाओं का एक बड़ा जखीरा पकड़ने में कामयाबी हासिल की थी. मामले में पुलिस ने गोदाम से 2 लोगों को गिरफ्तार किया था. जिसके बाद अजमेर पुलिस नशे के कारोबार के मास्टरमाइंड श्यामसुंदर मूंदड़ा को पकड़ने में जोरों-शोर से जुटी हुई है.
कुछ दिन पहले क्लॉक टावर थाना पुलिस ने एक और आरोपी शेख साजिद को गिरफ्तार किया था. जिसे लेकर क्लॉक टावर थाना पुलिस पर कई सवाल उठे थे. क्योंकि पुलिस ने साजिद को उस वक्त गिरफ्तार किया जब वह अजमेर एसपी के कार्यालय में सरेंडर करने के लिए उपस्थित हुआ था. साजिद ने आरोप लगाया था कि क्लॉक टावर थाना पुलिस उस पर जबरन नशीली दवाओं के कारोबार का इल्जाम अपने ऊपर लेने का दबाव बना रही है. इसके लिए क्लॉक टावर थाना पुलिस ने उसके पिता को भी थाने में बंद कर रखा था. इसीलिए वह एसपी के समक्ष उपस्थित होकर सरेंडर करना चाहता था. हालांकि क्लॉक टावर थाना पुलिस ने आरोपी की ओर से लगाए गए सभी आरोपों का खंडन किया था.